Updated: Sun, 07 Sep 2025 05:10 AM (IST)
देवरिया के नेतवार गांव में एक किसान के लापता होने और उसकी जमीन के फर्जी बैनामे का मामला सामने आया है। 50 लाख की जमीन को 20 हजार में बेचने और थाने में सुनवाई न होने पर मुख्यमंत्री से शिकायत की गई है। जमीन की कीमत से अधिक स्टैंप शुल्क भरने पर निबंधन कार्यालय पर भी सवाल उठ रहे हैं।
जागरण संवाददाता मदनपुर, देवरिया। क्षेत्र के ग्राम नेतवार निवासी किसान को लापता कर फर्जी तरीके से कराए गए बैनामे का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जिसमें 50 लाख रुपये से अधिक कीमत की जमीन का महज 20 हजार में सौदा होने व लापता किसान को बरामद करने की थाने पर सुनवाई नहीं होने पर जनसुनवाई पोर्टल पर मुख्यमंत्री से शिकायत की गई है।
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जमीन की दी गई कीमत से करीब आठ गुना अधिक स्टैंप का शुल्क अदा कर हुए बैनामे में निबंधन कार्यालय बरहज की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। ग्राम नेतवार निवासी आकाश पांडेय के माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है।
लंबे समय से वह गांव में दिखाई नहीं दे रहा था। अचानक उसकी पकड़ी-बरांव मार्ग के समीप स्थित कीमती जमीन बेचे जाने की सूचना मिली। जिसका बैनामा जुलाई माह में ही किया गया है। ग्रामीणों ने जानकारी किया तो पता चला कि उक्त भूमि की सरकारी कीमत 40 लाख है। जबकि बाजार में उससे काफी अधिक है।
बताया जा रहा है कि 20 हजार रुपये में खरीदी गई जमीन का करीब एक लाख 60 हजार रुपये की स्टैंप ड्यूटी जमा कराई गई है। गांव निवासी जयदयाल पांडेय द्वारा सोमवार को थाने पर बड़हलगंज थाने के ग्राम कल्याणपुर निवासी क्रेता के पति और बैनामे के गवाह के विरुद्ध आकाश को लापता करके फर्जी तरीके से जमीन बैनामा कराने की शिकायत की गई।
विक्रेता के साथ अनहोनी की भी आशंका व्यक्त की गई। किंतु मामले में कोई सुनवाई नहीं होने पर शुक्रवार को जनसुनवाई पोर्टल पर पूरे घटना की जांच कर कार्रवाई की मुख्यमंत्री से गुहार लगाई गई है।
प्रथम दृष्टया मामला गंभीर प्रतीत हो रहा है। किंतु अभी तक इस संबंध में कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। शिकायत मिलने पर जांच कर कार्रवाई होगी। - बिपिन कुमार द्विवेदी, उपजिलाधिकारी बरहज।
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