देवरिया में सर्प डसने पर मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए सांप लेकर पहुंचा सपेरा, देखते ही मची अफरा-तफरी
देवरिया मेडिकल कॉलेज में एक सपेरा सांप के काटने के बाद, सांप को लेकर इमरजेंसी वार्ड में पहुंच गया, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। सपेरे को सांप पकड़ने के दौरान काटा था। डॉक्टरों ने तुरंत उसका इलाज शुरू किया और सांप को एक डिब्बे में बंद कर दिया। सपेरे ने बताया कि वह सांप को इसलिए लाया ताकि डॉक्टर पहचान सकें कि सांप जहरीला है या नहीं।

सांप पकड़ने के बाद सीढ़ी से उतरते समय दूसरे हाथ में सर्प ने डसा।
जागरण संवाददाता, देवरिया। सपेरों को सर्प ने उस समय डस लिया जब वह सर्प को पकड़ कर सीढ़ी के रास्ते नीचे उतर रहा था। सपेरे ने सर्प को एक प्लास्टिक के डिब्बे में बंद किया और उसे आसपास के लोग उपचार के लिए महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज ले आए। सर्प के साथ सपेरे को इमरजेंसी में देख अफरा तफरी मच गई।
सुरक्षा कर्मियों ने इमरजेंसी के सामने पेड़ के नीचे सर्प समेत डिब्बे को रखवाया तक लोगों ने राहत की सांस ली। इमरजेंसी में सपेरे का गंभीरावस्था में उपचार चल रहा है। घटना गौरीबाजार थाना क्षेत्र के भगवा पासी टोला की है। सपेरा वहां एक व्यक्ति के बुलाने पर गेंहुअन सर्प को पकड़ने गया था।
50 वर्षीय प्रेमचंद पुत्र सरफू गौरीबाजार क्षेत्र के सिरजम के रहने वाले हैं। वह सर्प पकड़ने का कार्य करते हैं। भगवा पासी टोला में सर्प मिलने की सूचना पर ग्रामीण उन्हें सर्प को पकड़ने के लिए घर से लेकर गए। सर्प राम भजन के घर में छत के बरजा पर सामान के बीच बैठा था। सर्प को प्रेमचंद ने पकड़ गया।
उसके सिर के नीचे गले के पास पकड़ कर वह सीढ़ी से नीचे उतर रहे थे कि दूसरा हाथ सर्प के सिर से सट गया और सर्प ने डस लिया। आसपास के लोगों ने उन्हें उपचार के लिए महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज में भर्ती कराया जहां उनका उपचार चल रहा है।
पकड़ चुके हैं 1000 से अधिक सर्प
प्रेमचंद ने युवावस्था में पुणे में सांप पकड़ने की कला सीखे थे। सर्प को पकड़ने के दौरान अभी तक 30 बार से अधिक सर्प उन्हें डस चुके हैं हालांकि हर बार वह उपचार के बाद बच जाते हैं। जिले के अलावा गैर जनपद व बिहार तक सर्प पकड़ने के लिए उन्हें लोग बुलाकर ले जाते हैं। वह अभी तक 1000 से अधिक सांप पकड़ चुके हैं।
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