शहीद पार्क में सीवर पंपिग स्टेशन बनाने की फिर से सुगबुगाहट
नागरिक कर चुके हैं विरोध खोदाई के कारण उजड़ सकता है पार्क ...और पढ़ें

जासं, एटा : शहीद पार्क में सीवर पंपिग स्टेशन बनाने की सुगबुगाहट फिर से शुरू हो गई है। पूर्व में एक बार और प्रयास किए गए थे, मगर प्रशासन को नागरिकों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा था। नागरिकों को आपत्ति यह है कि पंपिग स्टेशन के कारण जैसे मेहता पार्क उजड़ा है उसी तरह से शहर का यह रमणीक स्थल भी उजड़ जाएगा।
शहर में सिर्फ एक ही स्थान ऐसा है जहां नागरिक सुबह और शाम चैन के कुछ पल बिता सकते हैं। मार्निंग वाक के लिए इस पार्क से अच्छा अन्य कोई स्थान नहीं है। शहरवासियों के लिए यह ड्रीम पार्क है। यहां आने वाले लोग कह रहे हैं कि अगर यहां सीवर पंपिग स्टेशन बना तो पूरे पार्क की सूरत बिगड़ जाएगी और लंबे समय तक यह पार्क ठीक नहीं हो सकेगा। मेहता पार्क में सीवर पंपिग स्टेशन बनाया गया है। दो साल में भी यह पार्क आज तक आबाद नहीं, जबकि शहर के बीचोंबीच स्थित है। ऐसी ही सूरत शहीद पार्क की हो जाएगी। इस संबंध में व्यापारियों ने स्टे भी प्राप्त कर लिया था।
नागरिकों का कहना है कि शहर में सीवर लाइन बिछाई जा रही है, विकास कार्य हो रहा है यह अच्छी बात है, लेकिन इसके पीछे एक सुंदर पार्क को नहीं उजाड़ा जाना चाहिए। पंपिग स्टेशन के लिए प्रशासन अन्य जगह तलाशे। इस शहीद पार्क में सुबह-शाम शहर के लोग टहलने आते हैं। बच्चों के लिए झूले लगाए गए हैं। रात के समय भी रौनक रहती है। खोदाई की वजह से यह रौनक खत्म हो जाएगी और फिर लंबे समय तक इस पार्क की खूबसूरती आबाद नहीं हो सकेगी, क्योंकि मेहता पार्क की दशा सब देख चुके हैं।
शहीद पार्क शहर का रमणीक स्थल है। इस पार्क में मनोरंजन के लिए बच्चे आते हैं। बुजुर्ग लोगों के टहलने के लिए यह सुरक्षित जगह है। काफी तादात में महिलाएं भी आती हैं। इस पार्क को न उजाड़ा जाए।
- अखिल संघर्षी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय किसान यूनियन पार्क को उजाड़ने की पहले भी कोशिश की गई थी, उस समय हमें आंदोलन करना पड़ा। विकास की बात ठीक है, लेकिन शहर की खूबसूरती को उजाड़ा नहीं जा सकता। इसलिए सीवर पंपिग स्टेशन के लिए अलग जगह तलाशी जाए।
- मेधाव्रत शास्त्री, समाजसेवी शहीद पार्क को बचाने के लिए अगर हमें आंदोलन करने की आवश्यकता पड़ेगी तो करेंगे, लेकिन अपने पार्क की खूबसूरती नहीं उजड़ने देंगे। प्रशासन से आग्रह है कि सीवर पंपिग स्टेशन के लिए कोई दूसरी जगह देखें।
- रंजीत वाष्र्णेय, अध्यक्ष एसोसिएशन आफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स

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