इटावा सफारी पार्क का दीपावली के बाद बढ़ेगा आकर्षण, खुले मैदान में दिखेंगे तेंदुआ के शावक
इटावा सफारी पार्क में दीपावली के बाद पर्यटकों के लिए तेंदुआ के शावक खुले मैदान में दिखेंगे। इस नई पहल से सफारी पार्क का आकर्षण और भी बढ़ जाएगा। पर्यटक इन नन्हे वन्यजीवों को करीब से देख सकेंगे, जिससे पार्क प्रशासन को पर्यटकों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद है। यह कदम इटावा सफारी पार्क को एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाने में सहायक होगा।

इटावा सफारी पार्क में चहल कदमी करता तेंदुएं का कुनबा। स्रोत सफारी पार्क
गौरव डुडेजा, जागरण, इटावा। दीपावली के बाद इटावा सफारी पार्क में आने वाले पर्यटक खुले मैदान में तेंदुआ के शावकों को अठखेलियां करते देख सकेंगे। सफारी प्रशासन 21 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैली लेपर्ड सफारी के पांच हेक्टेयर क्षेत्र में पहले चार शावकों को खुले में छोड़ेगा, जिनकी उम्र छह माह से एक वर्ष के बीच है। अभी तक इन्हें पिंजरों में रखा गया था। सफारी में 24 तेंदुए हैं, जिनमें 10 शावक हैं।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी के निर्देश के बाद प्रशासन ने टूटी फेंसिंग की मरम्मत कर सुरक्षा इंतजाम कर लिए हैं। तेंदुओं के खुले में विचरण से पर्यटकों को नया रोमांच मिलेगा। सफारी की आकर्षण सूची में नया अध्याय जुड़ जाएगा। यहां शेर, हिरण, काला मृग (एंटीलोप) व भालू की भी सफारी हैं।
सफारी पार्क में आने वाले पर्यटक शेरों के साथ तेंदुआ भी देखना चाहते हैं। सफारी के ज्यादातर तेंदुओं को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जंगलों से रेस्क्यू कर लाया गया है। कई तेंदुआ घायल अवस्था में लाए गए थे, जो अब स्वस्थ हैं। पिछले साल लेपर्ड सफारी को खोलने में बजट की समस्या आड़े आई थी। सफारी की फेंसिंग टूटने के कारण इसे खोलना सुरक्षित नहीं समझा गया था, लेकिन अब इसे ठीक कर लिया गया है।
सफारी पार्क में 19 शेर, 160 एंटीलोप, 90 चीतल, 18 सांभर, दो बारहसिंघा, छह भालू हैं। सफारी में भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 250 रुपये व विदेशी पर्यटकों के लिए 625 रुपये है। यहां प्रतिदिन औसतन 300 व साल में एक लाख पर्यटक आते हैं। सोमवार को सफारी पार्क बंद रहता है। सड़क मार्ग से सफारी तक आगरा व ग्वालियर से दो घंटे, लखनऊ से साढ़े तीन घंटे में पहुंचा जा सकता है।
दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग के इटावा जंक्शन से इसकी दूरी केवल चार किमी है। यहां से आटो, टेंपो मिलते हैं। पर्यटकों के ठहरने के लिए इटावा शहर में अलग-अलग जगह सफारी से एक से पांच किलोमीटर की दूरी में प्राइवेट होटल स्थित हैं। इटावा सफारी पार्क के निदेशक डा. अनिल पटेल ने बताया कि अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक लेपर्ड सफारी को पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। शुरुआत में चार शावकों को खुले में छोड़ने के बाद इनके पर्यटकों के प्रति व्यवहार की भी निगरानी की जाएगी। अगले चरण में धीरे-धीरे सभी 24 तेंदुआ बाहर लाए जाएंगे।
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