इटावा में 61 वर्षीय वृद्ध ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा- मेरी मौत का जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ...
इटावा में एक 61 वर्षीय व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा जिसमें उसने अपनी मौत के लिए एक व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और सुसाइड नोट की सच्चाई का पता लगाने की कोशिश कर रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
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सुरेश यादव फाइल फोटो
संवाद सूत्र, जागरण, बरालोकपुर (इटावा)। चौबिया के कबूली गांव में अविवाहित 61 वर्षीय वृद्ध ने गुरुवार रात घर टीनशेड में अंगोछा से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। शव लटका देख स्वजन में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस को जांच में मृतक के कब्जे से सुसाइड नोट मिला, जिसमें एक सादा पन्ने पर सुखवीर पुत्र जबर सिंह को मृतक की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए थानाध्यक्ष से पूरी मदद करने की बात लिखी है।
जबकि अपने तीन भाईयों का नाम लिखकर उनसे परिवार को संभालकर रखने एवं लाला राम व राकेश सीधे हैं, इन लोगों की गलती माफ करने की बात भी लिखी है। पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर मृतक का पोस्टमार्टम कराकर गहनता से जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
कबूली गांव के रहने वाले 61 वर्षीय सुरेश यादव पुत्र चोभ सिंह तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनकी शादी नहीं हुई थी, उनके नाम कीमती तीन बीघा भूमि इटावा-फर्रुखाबाद मार्ग पर हैं। जबकि उनके छोटे भाई सुरेंद्र उर्फ लालाराम व राकेश कुमार परिवार सहित इटावा फर्रुखाबाद मार्ग पर गांव के सामने सड़क किनारे मकान बनाकर रह रहे हैं।
गुरुवार रात करीब 8 बजे सुरेश के स्वजन में उस समय कोहराम मच गया जब ग्रामीणों ने सुरेश के पैतृक मकान में घर के अंदर टीनशेड में फंदे से लटका देख छोटे भाइयों एवं पुलिस को इसकी सूचना दी। स्वजन समेत थानाध्यक्ष महेन्द्र सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और फारेंसिक टीम की मदद से जांच पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
पुलिस को मृतक के पास से एक कागज भी मिला, जिसमें नीले पैन से ऊपर सुसाइड लिखने के बाद 'मेरी मौत का जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ सुखवीर पुत्र जबर सिंह, कबलूी है और कोई नहीं है'। बाद में नोट लिखकर 'प्रमोद, उदयराज व मेघ सिंह हमारे भाई है, आप लोग परिवार का ख्याल रखना, लालाराम व राकेश बहुत सीधे हैं, इन लोगों की गलती माफ करते रहना। आपकी मदद ईश्वर करेगा'। पत्र में यह भी लिखा है कि इसी पत्र को पूर्ण सत्य मानना, थानाध्यक्ष महोदय मेरी पूर्ण मदद करना, ईश्वर मेरी मदद करे, लिखा हुआ है।
वहीं भतीजे अमलेश यादव और उदयराज ने आरोप लगाते हुए सुसाइड नोट में जिस व्यक्ति का नाम लिखा है उससे जमीन को लेकर विवाद चल रहा था जिस पर आए दिन वह ताऊ को एससी-एसटी एक्ट के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर प्रताड़ित कर रहा था। धमकियों से प्रताड़ित होकर ताऊ ने गुरुवार को आत्महत्या कर ली।
पूर्व प्रधान मूंज सुनील यादव ने बताया कि सुरेश ने सुसाइड नोट में जिस व्यक्त का नाम लिखा है उसके खिलाफ एक दिन पहले थाने में भी लिखित शिकायती पत्र भी दिया था। पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर हर बिंदु पर गहनता से जांच व छानबीन शुरु कर दी है।
ग्राम पंचायत मूंज के पूर्व प्रधान सुनील कुमार यादव उर्फ बाबी स्वजन को ढांढ़स बंधाते रहे। थाना प्रभारी महेन्द्र सिंह ने बताया कि वृद्ध ने प्रथम दृष्टया आत्महत्या की है, पास से मिले सुसाइड नोट की जांच की जा रही है। राइटिंग मिलान के लिए पत्र को एफएसएल भेजा जाएगा। स्वजन की तहरीर एवं रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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