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    अनवरगंज-फर्रुखाबाद-कासगंज रेलवे लाइन के दोहरीकरण की DPR को 5.82 करोड़ की स्वीकृति, 10 साल बाद मिली बड़ी सौगात

    Updated: Sat, 08 Nov 2025 11:59 AM (IST)

    अनवरगंज-फर्रुखाबाद-कासगंज रेलवे लाइन के दोहरीकरण के लिए रेलवे बोर्ड ने 5.82 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया है। 282.84 किलोमीटर लंबी इस परियोजना से यात्रियों को सुविधा होगी और दिल्ली जैसे महानगरों से सीधा संपर्क बेहतर होगा। वर्तमान में फर्रुखाबाद से 22 जोड़ी ट्रेनें चलती हैं, और दोहरीकरण के बाद इनकी संख्या बढ़ने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय उद्योगों को भी लाभ होगा।

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    जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। अनवरगंज (कानपुर)-फर्रुखाबाद-कासगंज रेलवे लाइन के दोहरीकरण का रास्ता अब साफ हो गया है। रेलवे बोर्ड ने इस परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने हेतु 5.82 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत कर दिया है। यह कदम उस मांग को साकार करने की दिशा में बड़ा कदम है, जो बीते एक दशक से अटकी हुई थी।

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    करीब 282.84 किलोमीटर लंबी इस रेल लाइन का दोहरीकरण क्षेत्र के यात्रियों के लिए यातायात की नई सुविधा लेकर आएगा। दोहरी लाइन बिछने के बाद फर्रुखाबाद से न केवल दिल्ली तक सीधा रेल संपर्क मजबूत होगा, बल्कि देश के अन्य प्रमुख महानगरों के लिए भी रेल सेवाओं की संख्या में इजाफा होगा।

    पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल के वाणिज्य प्रबंधक संजीव शर्मा ने बताया कि कानपुर के अनवरगंज से फर्रुखाबाद होकर कासगंज तक रेलवे लाइन की डीपीआर निर्माण के लिए बजट स्वीकृत हो गया है। वहीं, कासगंज-मथुरा रेलखंड की डीपीआर पहले ही रेलवे बोर्ड को भेजी जा चुकी है।

    वर्तमान में फर्रुखाबाद से कुल 22 जोड़ी ट्रेनें संचालित हैं, जिनमें से अधिकांश लंबी दूरी की ट्रेनें साप्ताहिक हैं। दिल्ली के लिए केवल प्रयागराज–भिवानी कालिंदी एक्सप्रेस ही प्रतिदिन चलती है। दोहरीकरण के बाद दिल्ली समेत अन्य महानगरों के लिए नियमित रेल सेवाएं बढ़ने की उम्मीद है। इससे माल परिवहन की गति भी तेज होगी, जिससे स्थानीय उद्योगों को सीधा लाभ मिलेगा।

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    वर्ष 2015 में हुए सर्वे के दौरान फतेहगढ़ के भोलेपुर मोहल्ले के लोगों ने रेलवे लाइन के पास घनी आबादी होने के कारण चिंता जताई थी। अब दोहरीकरण परियोजना के साथ रेलवे ने सुरक्षा और संरचनात्मक सुधारों पर विशेष ध्यान देने की बात कही है।