Farrukhabad Flood: बाढ़ के पानी में डूबकर दो लोगों की मौत, तीसरे दिन मिला पूर्व प्रधान का शव
फर्रुखाबाद में बाढ़ से हालात गंभीर हैं। शमसाबाद में मवेशी चराने गए एक ग्रामीण की डूबने से मौत हो गई। राजेपुर में राहत सामग्री की तलाश में जा रहे एक वृद्ध भी पानी में बह गए। कायमगंज में पूर्व प्रधान का शव बूढ़ी गंगा में मिला। एक ट्रैक्टर भी बाढ़ के पानी में पलट गया हालांकि उसमें सवार लोग सुरक्षित हैं।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। मवेशी चराने जा रहे ग्रामीण और राहत सामग्री की आस में जा रहे वृद्ध की बाढ़ के पानी में डूबकर मौत हो गई। पुलिस व क्षेत्रीय लेखपाल ने पहुंचकर जांच की। वहीं बाढ़ के पानी में डूबे पूर्व प्रधान का शव तीसरे दिन मिला। जिससे स्वजन में कोहराम मच गया।
शमसाबाद क्षेत्र के गांव वाजीदपुर निवासी 60 वर्षीय राजवीर यादव शुक्रवार सुबह 11 बजे के करीब मवेशी चराने के लिए लिए जा रहे थे। गांव के चारों तरफ तथा रास्ताें पर पानी भरा है। रास्ते में अचानक पैर फिसल गया और गहरे पानी में चले गए। साथ चल रहे भाई दिवारीलाल ने ग्रामीणों को सूचना दी।
ग्रामीणों ने पानी में घुसकर खोजबीन की और उनको बाहर निकाला, तब तक उनकी मौत हो गई थी। पत्नी भरता देवी का रो रोकर हाल बेहाल हो गाय। क्षेत्रीय लेखपाल सनोज कुमार तथा रमाकांत भी पहुंचकर जांच की।
राजेपुर थाना क्षेत्र के गांव गांव कुतलुपुर निवासी 75 वर्षीय रिषीपाल कुबेरपुर गांव में बंट रही राहत सामग्री की आस में जा रहे थे। गांव के निकट सड़क पर बह रहे पानी की तेज धार में रिषीपाल का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में डूब गए। ग्रामीणों ने रिषीपाल को बाहर निकाल लिया और सीएचसी लाए।
अस्पताल में डा. प्रमित राजपूत ने रिषीपाल को मृत घोषित कर दिया। तहसीलदार अभिषेक सिंह ने बताया कि रिषीपाल का नाम सूची में नहीं था और वह राहत सामग्री लेने भी नहीं आ रहे थे। उनका पुत्र राहत सामिग्री लेने आया था।
कायमगंज क्षेत्र की ग्राम पंचायत पचरौली महादेवपुर के पूर्व प्रधान मजरा मोतीनगला निवासी नंदकिशोर उर्फ भूरे अपने साथी गांव महादेवपुर निवासी भूरे यादव के साथ बुधवार की शाम करीब छह बजे गांव जा रहे थे। सिनौली मार्ग पर बूढ़ी गंगा की पुलिया के पास भूरे यादव का पैर फिसला, जिससे वह गहरे पानी में डूबने लगे।
उन्हें बचाने के प्रयास में पूर्व प्रधान बाढ़ के गहरे पानी में डूब गए। शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे सिनौली मार्ग के बूढ़ी गंगा पुल से करीब एक किलोमीटर दूर बाढ़ के पानी में उनका शव उतराता मिला। उनका शव अंत्येष्टि के लिए ले जाने को बाढ़ क्षेत्र से दूर गांव टिलियां लाकर रखा गया। जहां ग्रामीण व स्वजन पहुंचे।
पत्नी विमला देवी, पुत्र रामवरन, पंकज, शिवम व अन्य स्वजन तथा महिलाओं के रोने बिलखने से वहां कोहराम मच गया। डा. राणा प्रताप ने तीनों के शवों का पोस्टमार्टम किया। पानी में डूबने से मौत का कारण बताया गया।
बाढ़ के पानी में पलटा ट्रैक्टर, बाल-बाल बचे लोग
शमसाबाद : गांव कैलियाई निवासी पप्पू यादव शुक्रवार को अपना ट्रैक्टर लेकर गांव के ही तीन लोगों के साथ शमसाबाद बाजार करने आ रहे थे। गांव जैतपुर के निकट सड़क पर बाढ़ का पानी अधिक भरा हुआ है। वहां ट्रैक्टर पलट गया। उस पर सवार सभी लोग बाढ़ के पानी में गिर गए, लेकिन सभी लोग किसी तरह बाहर निकल आए। अन्य ग्रामीणों ने ट्रैक्टर में रस्सा बांधकर उसे भी बाहर निकाल लिया।
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