खाद के संकट से जूझ रहा यूपी का किसान! फतेहपुर में चूल्हा चौक छोड़ महिलाएं लगी कतार में, पुलिस सुरक्षा में बंटी
बक्सर में खाद वितरण के दौरान पुलिस की तैनाती की गई। इस दौरान महिलाएं भी खाद के लिए लाइन में लगी थीं। राजपुर में खाद वितरण केंद्र पर भारी भीड़ उमड़ी, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बुलाया गया। वितरण शुरू होने के केवल दो घंटे में ही खाद खत्म हो गई, जिसके कारण 400 से अधिक किसान खाली हाथ लौट गए।

गाजीपुर सहकारी समिति में खाद लेने के लिए कतार में खड़ी महिलाएं। जागरण
जागरण संवाददाता फतेहपुर। पौने चार लाख किसानों को खाद की आपूर्ति देने के लिए जिले भर में 88 सहकारी समितियां संचालित हैं, सोमवार को 58 समितियों में खाद का वितरण हुआ। जबकि 30 समितियां ऐसी रहीं जहां डीएपी खाद नहीं पहुंची और वितरण नहीं हुआ। गाजीपुर, थरियांव, चक बरारी, खागा तहसील में कारीकान धाता, कबरे व बिंदकी तहसील के जोनिहा व बकेवर में वितरण की मारामारी रही। अकेले गाजीपुर समिति में 400 किसान बिना खाद पाए मायूस लौट गए।
गाजीपुर सहकारी समिति में 360 बोरी खाद एक दिन पहले पहुंची थी जिसका वितरण सुबह प्रारंभ हुआ तो यहां खाद लेने वाले करीब 750 किसान पहुंच गए। हंगामें के कारण सचिव आशीष पांडेय ने गाजीपुर थाने का पुलिस बल बुला लिया। पुलिस ने लाइन लगवानी प्रारंभ की तो भीड़ का आलम देख किसानों ने अपने अपने घर से महिलाओं को बुलाकर खाद पाने के लिए लाइन में खड़ा कर दिया।

देखते ही देखते सैकड़ों महिलाएं खाद पाने के लिए लाइन में लग गयी। पुलिस के पहरे में यहां 150 महिला व पुरुष किसानों को दो-दो बोरी खाद दी गयी, जबकि 20 बड़ी जोत वाले किसानों को तीन-तीन बोरी खाद दी गयी। 400 किसान बिना खाद लिए लौट गए। हालांकि सचिव ने आश्वस्त किया कि पैसा आज जमा किया जाएगा और कल पुन: खाद मंगवाकर बंटवाई जाएगी।
विधायक के फोन पर जांच, पहुंचाई खाद
खागा तहसील के अहमदपुर कुसुंभा, कारीकान धाता और कबरे समिति में खाद न होने से किसान परेशान थे, और इसकी शिकायत क्षेत्रीय विधायक कृष्णा पासवान से की। विधायक ने दूरभाष पर जिला कृषि अधिकारी नरोत्तम व एआर कोआपरेटिव राजेश कुमार से वार्ता की। इन समितियों को पूर्व में खाद आवंटन था, वितरण क्यों नहीं हुआ इसकी जांच भी प्रारंभ हो गयी। वहीं किसानों को मंगलवार से खाद मिलने का भरोसा दिया।
23 समितियों में शाम को भेजी खाद
खाद के संकट को देखते हुए सोमवार की शाम अगल-अलग 23 समितियों का पैसा दोपहर तीन बजे जमा कराया गया। इन्हें शाम को ही ट्रकों के जरिए खाद भेज दी। इन समितियों में मंगलवार को खाद वितरण होगा, वहीं अब भी सात समितियां ऐसी बची हैं जिनके पास डीएपी का स्टाक निल है लेकिन इन्होंने खाद उठान के लिए पैसा ही जमा नहीं किया गया है। जिसके कारण इन समितियों में खाद वितरण मंगलवार को भी नहीं हो पाएगा।
निजी दुकानों व समिति में खाद का स्टाक
खाद का नाम------स्टाक में मौजूद तादात-----बोरियां
डीएपी-----------3046 टन--------------60920
एनपीके----------1776 टन--------------35520
यूरिया-----------8347 टन--------------166940
‘खाद की कमी नहीं है अब भी बफर स्टाक में 60 हजार से अधिक डीएपी की बोरियां है। सभी समितियों को त्वरित आवंटन किया जा रहा है, खाद बांटे किसी को लौटाए नहीं, जिस समिति के पास खाद कम है वह मांगपत्र भेजे आठ घंटे में खाद पहुंचाएंगे।’
---नरोत्तम कुमार, जिला कृषि अधिकारी

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