यमुना में मोटरबोट फंसने से पांच घंटे परेशान रहे 25 गांव वाले, फिरोजाबाद SSP ने तत्परता से किया रेस्क्यू
फिरोजाबाद के टूंडला में रसूलाबाद गांव के 25 ग्रामीण यमुना नदी में मोटर बोट खराब होने से पांच घंटे तक फंसे रहे। एसएसपी सौरभ दीक्षित ने तुरंत मौके पर पहुंचकर गोताखोरों की मदद से बचाव कार्य शुरू करवाया। ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला गया और मोटर को ठीक किया गया। ग्रामीणों ने यमुना में उफान होने तक मोटर बोट का उपयोग न करने का वादा किया।

संवाद सहयोगी, जागरण. टूंडला (फिरोजाबाद)। मोटर वोट से यमुना के पार आगरा जा रहे टूंडला के गांव रसूलाबाद के 25 ग्रामीण रविवार शाम मोटर खराब होने से पांच घंटे तक फंसे रहे। जिससे उनके साथ ही उनके स्वजन की सांसें भी अटकी रहीं।
एसएसपी सौरभ दीक्षित सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। प्रशासन ने स्टीमर से गोताखोरों की टीम भेजकर उन्हें रेस्क्यू किया। मोटर के पंखे में फंसा कचरा निकाल कर उसे चालू किया गया। इसके बाद रात आठ बजे सभी को सकुशल किनारे लाया गया।
गांव रसूलाबाद निवासी साहब सिंह ठेकेदार के भाई रूप सिंह धनिया व पशुओं का चारा लेने के लिए रविवार दोपहर एक बजे यमुना पार मोटर वोट लेकर गए थे। उनके साथ नोहबत सिंह, गोपीराम, रमेश चंद्र, कालीचरन समेत 25 महिला और बच्चे भी वोट पर थे।
धनिया और चारा लेने आगरा जा रहे थे, सभी रसूलाबाद के हैं निवासी
डेढ़ बजे लौटते समय यमुना की बीच धारा में मोटर बंद हो गई। जिससे वोट पानी में बहने लगी तो चीखपुकार मच गई। बहते हुए वोट थोड़ा किनारे की तरफ आई तो ग्रामीणों ने समझदारी दिखाते हुए रस्सी फेंक कर पेड़ों की शाखाओं से बांध दिया, जिससे वह आगे बहने से बच गई। घटना की सूचना मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण यमुना पर पहुंच गए। एसएसपी सौरभ दीक्षित, एसपी सिटी रविशंकर प्रसाद, सीओ अमरीश कुमार, तहसीलदार राखी शर्मा समेत नगला सिंघी और टूंडला पुलिस मौके पर पहुंच गई।
एसएसपी मौके पर पहुंचे, स्टीमर से गोताखोर पहुंचा कर किया रेस्क्यू
गोताखोरों की टीम बचाव कार्य में जुट गई। स्थानीय ग्रामीण रमेश चंद्र, पवन, प्रेमचंद्र, गौरव, धीरेंद्र, सुनील कुमार समेत सात गोताखोरों को रबर के ट्यूब के साथ मोटर वोट तक भेजा गया। गोताखोरों ने इंजन में फंसी लकड़ी को रस्सी के सहारे निकाला, जिसके बाद इंजन ने काम करना शुरू कर दिया। शाम सात बजे सभी का सुरक्षित निकाल लिया गया। इसके बाद सभी ने राहत की सांस ली। अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि यमुना के तेज बहाव और बढ़ते जलस्तर के बीच नाव या मोटर वोटर से नदी में न जाएं।
मोटर वोट निकलते ही खुशी से उछल पड़े ग्रामीण
पांच घंटे से फंसी मोटर वोट जैसे ही चालू हुई ग्रामीण खुशी से उछल पड़े। जितने भी लोग वोट पर थे। उनमें से किसी के भी पास लाइफ जैकेट, पर्सनल फ्लोटेशन डिवाइस (पीएफडी) नहीं थी।
यमुना में फंसे सभी ग्रामीणों को सकुशल निकाल लिया गया है। ग्रामीणों ने आश्वस्त किया है कि जब तक यमुना उफान पर है तब तक इस तरह मोटर वोट लेकर नहीं जाएंगे। ग्रामीणों ने बताया कि उनके खेत यमुना पार हैं। पशुओं के लिए चारा वहीं से आता है। - सौरभ दीक्षित, एसएसपी
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