जुलूस में पहले हुड़दंग, फिरोजाबाद पुलिस ने पकड़ा तो कान पकड़कर मांगी माफी और हाथ जोड़े
फिरोजाबाद में ईद मिलादुन्नबी के जुलूस के दौरान हिंदू क्षेत्रों में बाइक दौड़ाने और नारेबाजी करने के आरोप में 30 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। वीडियो वायरल होने पर कार्रवाई हुई और 70 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। लापरवाही बरतने वाले पांच पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए हैं। पुलिस झंडे लहराने के मामले की भी जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर निकले जुलूस का तय मार्ग छोड़ हिंदू क्षेत्राें में जुलूस के रूप में बाइकें दौड़ाने वाले 30 युवकों को पुलिस ने शनिवार को जेल भेज दिया। पुलिस की गिरफ्त में आते ही वह माफी मांगने लगे। कान पकड़े और हाथ जोड़े। पुलिस ने वीडियो प्रसारित होने पर 70 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है। वहीं इस मामले में लापरवाही बरतने वाले दारोगा सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
बाइक सवारों ने रुककर की नारेबाजी
शहर में शुक्रवार को ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकाला गया। इसी दौरान 30 से 40 बाइक पर 70 से 80 युवक अलग हो गए। वे दुर्गा नगर, दाऊदयाल महिला महाविद्यालय के सामने, हुंडावाला बाग सहित अन्य क्षेत्रों बाइकें दौड़ाते रहे। कई जगह रुककर नारेबाजी भी की। इससे कई जगह जाम लग गया। इतना सब होने के बाद भी पुलिस और खुफिया विभाग भनक तक नहीं लगी।
ईद मिलादुन्नबी के जुलूस के दौरान हिंदू क्षेत्रों में दौड़ाई थी बाइकें
दोपहर में इंटरनेट मीडिया पर वीडियो प्रसारित होने और नगर विधायक मनीष असीजा द्वारा पुलिस अधिकारियों को जानकारी देने के बाद पुलिस सक्रिय हुई। चार थानों की पुलिस को आरोपितों की पहचान कर गिरफ्तारी में लगाया गया। रसूलपुर, रामगढ़, थाना दक्षिण और उत्तर थाना प्रभारी ने वीडियो के आधार पर 33 लोगों की पहचान कर शुक्रवार आधी रात तक 30 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। उनसे बरामद 14 बाइक को सीज भी किया गया।
वीडियो प्रसारित होने पर 70 पर प्राथमिकी
एसआइ जसवंत की तहरीर पर निषेधाज्ञा उल्लंघन में बाइक सवार 70 अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। शनिवार को दोपहर 12 बजे पकड़े गए आरोपितों का मेडिकल कालेज अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जाया गया। पुलिस वैन में जाते समय सभी कान पकड़कर मांफी मांग रहे थे। उनका कहना था कि ऐसी गलती फिर नहीं करेंगे। इससे पहले थाना परिसर में भी हाथ जोड़कर बैठे दिखे।
झंडे लहराने के मामले में जांच में जुटी पुलिस
ईद उल मिलादुन्नबी के जुलूस में हाईवे पर फिलिस्तीन और पचोखरा क्षेत्र के गांव पमारी में सऊदी अरब के झंडे लहराए जाने के वीडियो सामने आए। पुलिस दोनों मामलों की जांच में जुटी है। शनिवार को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित 22 सेकंड के वीडियो में फिलिस्तीन के दो झंडे लहराते हुए दिख रहे हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि ये वीडियो एडिट करके बनाया गया है। फिलिस्तीन के झंडे वास्तव में जुलूस में शामिल थे या नहीं इसकी जांच की जा रही है।
इधर पचोखरा क्षेत्र के गांव पमारी में शनिवार को ग्रामीणों ने सुबह साबिर और सोनुद्दीन के घर की छतों पर हरे और पीले रंग के झंडा फहराते देखे तो उसके वीडियो बनाकर पुलिस को सूचना दी। दोपहर दो बजे थानाध्यक्ष पारुल मिश्रा पहुंचीं तब तक उन झंडों को उतार लिया गया था।
थानाध्यक्ष ने बताया कि एक झंडा 12 वर्षीय बच्चे द्वारा लगाने की बात सामने आई है। जिसे उसने बाद में चूल्हे में जला दिया। वहीं दूसरा झंडा एक युवती द्वारा लगाया गया था। उसे अपने कब्जे में ले लिया है। इस मामले में भवन स्वामियों से माफीनामा लिखवाया गया है।
इन पर हुई कार्रवाई
गैर परंपरागत मार्गों से जुलूस निकालने और नारेबाजी करने पर पुलिस ने इमरान, समीर, फैजान, मौसीन, जाहिद, साहिल, अनस, समीर, आतिफ, शोएब, अदीलउद्दीन, सोहिल, सोइब, सहवाज, फैजान, आमिर, फरहान, .फैजान, अलसैफ, समीर, जुल्फिकार, अनस, अदनान, सलमान, गुड्डा, सलमान, शमशाद, इमरान को पुलिस ने जेल भेजा है।
थाने के बाहर खड़े रहे आरोपितों के स्वजन
पकड़े गए आरोपितों की स्वजन शुक्रवार रात सात बजे से शनिवार दोपहर 12 बजे तक थाने के बाहर घूमते रहे। जिससे थाने के बाहर भीड़ जैसी स्थिति रही। आरोपितों के जेल जाने के बाद स्वजन चले गए।
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