बाबा नीम करोली प्राकट्योत्सव: कॉफी टेबल बुक का अनावरण 27 को, पीएम ने भेजा संदेश
बाबा नीम करोली महाराज के जीवन पर आधारित कॉफी टेबल बुक का अनावरण 27 नवंबर को अकबरपुर में होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने संदेश भेजा है। पर्यटन विभाग ने छह हजार श्रद्धालुओं के लिए सामुदायिक भवन बनवाया है। प्राकट्योत्सव में भागवत कथा, भजन संध्या और 28 नवंबर को भंडारा होगा, जिसमें 50 हजार लोगों के आने की उम्मीद है।

नीम करोली बाबा।
जागरण टीम, फिरोजाबाद। बाबा नीम करोली महाराज के जीवन-वृत्त पर कॉफी टेबल बुक बनवाया गया है। इसका अनावरण
27 नवंबर को उनकी जन्मस्थली अकबरपुर टूंडला में किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संदेश भेजा है। श्रद्धालुओं के विश्राम के लिए पर्यटन मंत्रालय द्वारा भव्य सामुदायिक भवन बनवाया गया है। इसमें करीब छह हजार श्रद्धालु विश्राम कर सकते हैं।
बाबा नीम करोली महाराज का प्राकट्योत्सव बुधवार से अकबरपुर स्थित उनके जन्मस्थली स्थित धाम पर मनाया जा रहा है। यहां इन दिनों श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन चल रहा है। 28 नवंबर को उनका प्राकट्य दिवस मनाया जाएगा। उस दिन भंडारे में 50 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। तैयारियों में आयोजक के साथ ही प्रशासन भी जुटा हुआ है।
कॉफी टेबल बुक का अनावरण 27 को जन्मस्थली पर किया जाएगा
बाबा का प्राकट्योत्सव 19 से 28 नवंबर तक उनकी जन्मस्थली में मनाया जा रहा है। जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अनुसार, पर्यटन विभाग द्वारा श्रद्धालुओं के विश्राम के लिए बनवाए गए सामुदायिक भवन में करीब छह हजार श्रद्धालु रह सकते हैं। 25 नवंबर तक प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक भागवत कथा तथा शाम पांच से रात आठ बजे तक भजन संध्या का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा भजन एवं नृत्य कार्यक्रम कराया जाएगा।
पर्यटन विभाग द्वारा बनवाए गए सामुदायिक भवन में छह हजार श्रद्धालु ठहर सकेंगे
23 नवंबर को गायक कलाकार दीपक त्रिपाठी द्वारा भजन संध्या, 24 नवंबर को गायिका शिखा तिवारी की भजन संध्या, 25 नवंबर को मनीष शर्मा द्वारा सुंदर कांड पाठ एवं यूएसए के कृष्णदास द्वारा संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। सुधीर व्यास द्वारा भजन संध्या की जाएगी। 27 नवंबर को भजन गायक लखवीर सिंह लक्खा भजन सुनाएंगे। 28 नवंबर को सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक भंडारा होगा। व्यवस्थाओं में प्रशासनिक अधिकारी भी जुट गए हैं। वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था उनके द्वारा कराई जा रही है।
संदेश में प्रधानमंत्री ने ये लिखा है
भारत का आध्यात्मिक परिदृश्य दुर्लभ रत्नों से भरा पड़ा है। बाबा नीम करोरी महाराज का जीवन सत्य और करुणा का मार्ग रोशन करता है, वह ऐसे आध्यात्मिक विभूति हैं, जिनका प्रभाव राष्ट्रीयता, संस्कृति, भाषा और पंथ की बाधाओं से परे है। महाराज जी ने असंख्य दिलों में जीवन के उच्च उद्देश्य को जागृत किया। उन्होंने सभी प्राणियों के लिए बिना शर्त प्यार का जीवन जीने के लिए मार्गदर्शन किया।
पीएम ने लिखा, उनकी शिक्षाओं ने मानवता को याद दिलाया कि सच्चा ज्ञान दुनिया से भागने में नहीं है, बल्कि सक्रिय रूप से और दयालुता से इसमें शामिल होने में है। बाबा नीम करोरी महाराज का व्यापक संदेश सद्भाव और एकता का था। उन्होंने सिखाया कि परमात्मा हर दिल में बसता है और सच्ची शांति भीतर है। निस्वार्थ सेवा का जीवन जीते हुए उन्होंने दोहराया कि मानवता की सेवा करना पूजा का सर्वोच्च रूप है, उनका आशीर्वाद हमारे जीवन में आत्म-जागरूकता की रोशनी जलाए।

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