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    पूर्व विधायक अजीम से पुलिस की पूछताछ, बारावफात जुलूस में फलस्तीन का झंडा और हुड़दंग मचाने के प्रकरण में बुलाया

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 12:14 PM (IST)

    फिरोजाबाद में बारावफात के जुलूस में नियमों के उल्लंघन और फलस्तीन का झंडा लहराने के मामले में पुलिस ने पूर्व विधायक अजीम भाई से पूछताछ की। पुलिस ने इस मामले में कई गिरफ्तारियां भी की हैं। पूर्व विधायक ने पुलिस पर सरकार के इशारे पर बदनाम करने का आरोप लगाया है जबकि पुलिस ने इसे जांच का हिस्सा बताया है।

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    फिरोजाबाद में सड़कों पर हुड़दंग में पूर्व विधायक अजीम से पूछताछ करती पुलिस।

    जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। बारावफात पर निर्धारित मार्ग से अलग जुलूस निकाल कर हुड़दंग मचाने और फलस्तीन का झंडा लहराने के मामले में पुलिस ने सोमवार को सपा नेता और पूर्व विधायक अजीम भाई से पूछताछ की। रविवार रात पुलिस उनके घर गई थी, लेकिन वह नहीं मिले। सोमवार सुबह वह स्वयं थाने पहुंचे। उनसे खुफिया विभाग के अधिकारियाें ने भी पूछताछ की। पूर्व विधायक ने इस पर आपत्ति जताते हुए मामले की जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव और सांसद अक्षय यादव को दी है।

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    रविवार रात साढ़े 10 बजे उनके आवास पर पहुंची थी दो थानों की पुलिस

    शुक्रवार को निकले जुलूस के दौरान हाईवे पर फलस्तीन सहित अन्य इस्लामिक देशों के झंडे लहराकर शहर की फिजा बिगाड़ने का प्रयास किया गया। रविवार को पुलिस ने झंडा लहराने और उसका वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उसी दिन जुलूस के बाद 70 से 80 युवकों ने बाइक पर तय मार्ग से निकलकर शहर की सड़कों पर हुड़दंग किया।

    39 युवकों को जेल भेज चुकी है पुलिस

    इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस रविवार तक 39 युवकों को जेल भेज चुकी है। सोमवार सुबह थाने से बाहर निकल कर पूर्व विधायक ने बताया कि रात में उत्तर और रामगढ़ थाने की पुलिस उनके घर पहुंची थी, लेकिन वह उस समय नई बस्ती में थे। इस पर पुलिस लौट आई। स्वजन से उन्हें थाने भेजने के लिए कहा था।

    सुबह थाने पहुंचे पूर्व विधायक ने जताई आपत्ति, सांसद की दी जानकारी

    इसलिए वह पार्षद मो.आरिफ के साथ स्वयं थाने आ गए। जानकारी होने पर पूर्व विधायक रमेश चंचल, याेगेश गर्ग, राजू यादव, सोनू बघेल समेत अन्य कार्यकर्ता पहुंच गए। पूर्व विधायक ने बताया कि पुलिस ने उनसे पूछा कि जुलूस के दौरान वह कहां थे। इस पर उन्होंने पूरे दिन की गतिविधि बता दी। इस दौरान उन्हें पुलिस ने एक नोटिस देने का प्रयास किया, जो उन्होंने नहीं लिया।

    पूर्व विधायक ने कहा कि सरकार के इशारे पर पुलिस उन्हें बदनाम करने की साजिश कर रही है। पुलिस फोन करके भी बुला सकती थी। फोर्स लेकर घर जाने की क्या जरूरत थी। घटना की जानकारी वरिष्ठ नेताओं को दे दी है।

    एसपी सिटी रविशंकर प्रसाद ने बताया कि जांच के क्रम में पूर्व विधायक को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। बयान दर्ज कराने के बाद वह चले गए। जिसकी भी भूमिका संदिग्ध उससे पूछताछ की जाएगी। नोटिस कोई नहीं दिया गया।