कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूलों में बढ़ेगी ऑनलाइन निगरानी, अधिकारियों को दिए ये निर्देश
बिहार के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में अब ऑनलाइन निगरानी बढ़ाई जाएगी। शिक्षा विभाग ने अधिकारियों को इस बारे में निर्देश जारी किए हैं, जिसका उद्देश्य स्कूलों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना है। निगरानी प्रणाली को मजबूत किया जा रहा है ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो।

जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। लखनऊ स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) में एक महीने पहले छात्राओं के बीच हुई मारपीट की घटना और उसमें कुछ बाहरी लोगों के शामिल होने के मद्देनजर जिले में भी इन विद्यालयों में आनलाइन निगरानी बढ़ाई जाएगी। कुछ और सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे। मुख्यालय से भी निगरानी की जाएगी।
लखनऊ की घटना ने वहां के विभागीय अधिकारियों को हैरानी में डाल दिया था। इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसलिए सभी केजीबीवी की आनलाइन निगरानी करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं। जिले में दबरई और नारखी समेत तीन स्थानों पर ये विद्यालय हैं, जहां एक हजार से अधिक छात्राएं पढ़ाई करती हैं। हालांकि तीनों स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन उनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।
पूरे परिसर को लाया जाएगा दायरे में
कक्षाओं समेत पूरे परिसर को इसके दायरे में लाया जाएगा। कैमरे इस तरह लगवाए जाएंगे कि विद्यालयों में आने-जाने वाले लोगों के साथ-साथ हर गतिविधि की जानकारी मिल सके। मोबाइल के माध्यम से भी समय-समय पर विद्यालयों के माहौल की जानकारी अधिकारी प्रधानाचार्य से लेंगे।
छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए इन विद्यालयों का समय-समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। निगरानी और निरीक्षण में लापरवाही नहीं बरतने की हिदायत दी गई है। शासन ने डायट के प्राचार्य को हर माह कम से कम चार विद्यालयों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।
मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक को एक, बीएसए को चार और खंड शिक्षा अधिकारियों को अपने क्षेत्र के विद्यालयों का हर सप्ताह निरीक्षण करने को अनिवार्य बनाया गया है। बीएसए आशीष कुमार पांडेय ने बताया कि केजीबीवी में प्रकाश व्यवस्था में और सुधार के लिए बड़ा सोलर पैनल लगवाया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।