यूपी के इस शहर की 132 सड़कों की बदलेगी किस्मत, 28 मार्गों के लिए 5.48 करोड़ की मिली मंजूरी
उत्तर प्रदेश के एक शहर में 132 सड़कों का नवीनीकरण किया जाएगा, जिसके तहत पहले चरण में 28 मार्गों के लिए 5.48 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। इस परियोजना से शहर में आवागमन सुगम होगा, व्यापार बढ़ेगा और विकास को गति मिलेगी।

जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। जिले में विशेष मरम्मत योजना के अंतर्गत 132 सड़कों के लिए 44 करोड़ की कार्य योजना बना कर शासन को भेजी गई है। इसमें से 28 के लिए 5.48 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल गई है। लोक निर्माण विभाग ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। फतेहाबाद मार्ग का चौड़ीकरण भी किया जाएगा। लोनिवि प्रांतीय खंड के एक्सईएन अतर सिंह ने सोमवार को दैनिक जागरण को दिए साक्षात्कार में जानकारी दी। प्रस्तुत हैं साक्षात्कार के प्रमुख अंश...
सवाल - एक वर्ष पहले पीडब्ल्यूडी द्वारा शिकोहाबाद से आगरा के बाह तक सिंगल रोड को टू लेन करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। इसका क्या हुआ? सिंगल रोड होने से परेशानी होती है।
जवाब - यह मार्ग वर्तमान में सात मीटर चौड़ा है। इसको सात से 10 मीटर चौड़ा करने का प्रस्ताव भेजा गया है। अभी स्वीकृतिप्राप्त नहीं हुई है।
सवाल - जरौलीकलां से मक्खनपुर तक नया बाइपास बनने के बाद से जरौलीकलां से मक्खनपुर तक राजमार्ग दो (पुराना नेशनल हाईवे) की देखरेख का जिम्मा लोक निर्माण विभाग पर है। तमाम जगह रेलिंगें टूट गई हैं। उसे ठीक क्यों नहीं कराया जा रहा है?
जवाब - वर्तमान में यह मार्ग विभाग के निर्माण खंड के अधीन है। जहां भी रेलिंग टूटी हुई हैं, वहां निर्माण कराया जाएगा। ताकि हादसे न हों।
सवाल - सड़कों के निर्माण के बाद कार्यदाई संस्था पर उसकी देखरेख का जिम्मा पांच वर्ष का होता है। इस दौरान सड़क के टूटने पर दोबारा बनवाने की जिम्मेदारी इस संस्था की होती है, क्या इस नियम का पालन हो रहा है?
जवाब- सड़कों के निर्माण, चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं नव निर्माण योजना के अंतर्गत मार्ग की मरम्मत की जिम्मेदारी ठेकेदार, फर्म की होती है। इस नियम का पालन कराया जाता है।
सवाल - बसई मोहम्मदपुर क्षेत्र से होकर आगरा के फतेहाबाद जाने वाले मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे हैं। इस कारण बरसात के दिनों में सड़क हादसे की आशंका रहती है। इसका निर्माण क्यों नहीं कराया जा रहा है?जवाब - फिरोजाबाद से फतेहाबाद जाने वाले मार्ग को वर्तमान में गड्ढामुक्त कर दिया गया है। मार्ग के दो आबादी भागों में नाली का पानी लगातार मार्ग पर आ रहा है। इस समस्या के निदान के लिए विकास खंड कार्यालय को नालियों की सफाई कराने के लिए पत्राचार किया गया है। अभी कच्चे पेच बना दिए गए हैं, पानी का रिसाव बंद होने पर पक्के पेच बना दिए जाएंगे। इस मार्ग को सात मीटर चौड़ाई से 10 मीटर चौड़ाई में बनवाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
सवाल - वर्षा के बाद क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के निर्माण कार्य की क्या कार्य योजना है, कितने करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है? उसमें से कितने की स्वीकृति मिली है?
जवाब - जिले में विशेष मरम्मत योजना के अंतर्गत 132 कार्यों के लिए 44 करोड़ की कार्य योजना गठित कर शासन भेजी गई है। इसके सापेक्ष 28 कार्यों के लिए 5.48 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्राप्त हो गई है।
सवाल - शासन से बजट मिलने के बाद किन-किन प्रमुख सड़कों का निर्माण आप अपने क्षेत्र में कराएंगे?
जवाब - शासन से बजट प्राप्त होते ही विशेष मरम्मत योजना में चयनित मार्गों की निविदा प्रक्रिया पूर्ण करते हुए मरम्मत का कार्य शुरू कराया जाएगा।
सवाल - जिले की कितनी सड़के विभाग की जानकारी में खराब हैं और उनको ठीक करने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
जवाब - जिले में 132 स्थानों पर सड़कों की स्थिति खराब होने की जानकारी मिली है। उन्हें बनवाने के लिए शासन से बजट की मांग की गई है।

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