बदले की आग में मर्डर! एहसान की हत्या के चौथे दिन भी खाली हाथ पुलिस
एहसान की हत्या के चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं, जिससे परिजनों में आक्रोश है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस जांच में ढिलाई बरत रही है। उन्हें आशंका है कि यह हत्या बदले की आग में की गई है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है और जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है।
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प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, मोदीनगर। मोदीनगर की विश्वकर्मा बस्ती में गोली मारकर की गई एहसान की हत्या के मामले में चौथे दिन रविवार को भी पुलिस के हाथ खाली रहे। पुलिस दबिश देने का दावा कर रही है, लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं लग रहा।
पुलिस नामजद आरोपितों के परिचितों के यहां भी पहुंचीं, लेकिन कहीं से कोई सुराग नहीं लगा। सभी के मोबाइल बंद हैं, जिससे लोकेशन ट्रेस नहीं हो रही है। इलेक्ट्रानिक सर्विलांस व मेनुअल इनपुट की मदद से पुलिस आरोपितों की तलाश करने की कोशिश में जुटी है।
सितम्बर में जेल से हुई थी रिहाई
बृहस्पतिवार शाम को विश्वकर्मा बस्ती कालोनी में एहसान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। एहसान किन्नर निशा के साथ कार चलाने का काम करते थे। वे किन्नरों के साथ ढोलक बजाने वाले अलबक्ष की हत्या के मामले में जेल गयी था। 25 सितंबर को ही जमानत मिली थी। जिसके बाद वे पहली बार कालोनी में आया था।
खबर के अनुसार अलबक्ष की हत्या का बदला लेने के लिए एहसान की हत्या की गई। मामले में पुलिस ने अलबक्ष के पिता आबिद व करीबियों समेत सात पर हत्या का केस दर्ज किया। एसीपी मोदीनगर अमित सक्सेना का कहना है कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। जल्द गिरफ्तारी कर घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।
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