पाबंदियों के बावजूद नहीं थम रहा प्रदूषण, गाजियाबाद की हवा बेहद खराब श्रेणी में; लोनी की हालत सबसे ज्यादा खराब
गाजियाबाद में प्रदूषण नियंत्रण के लिए लगाई गई पाबंदियों के बावजूद हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में है। लोनी क्षेत्र में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) उच्च स्तर पर है। प्रशासन सख्त कदम उठाने पर विचार कर रहा है और नागरिकों से सहयोग की अपील की जा रही है।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। प्रदूषण का स्तर लगातार खराब श्रेणी में दर्ज हो रहा है। मंगलवार को गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडक्स (एक्यूआई) 325 दर्ज किया गया। सोमवार को एक्यूआई 340 था, इसमें मामूली गिरावट है लेकिन हवा बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। चारों स्टेशन में सबसे खराब हवा लोनी की रही। लोनी में एक्यूआई 383 दर्ज किया गया। ग्रैप के दूसरे चरण में तमाम पाबंदियों के बाद भी प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
उपायों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा दर्ज गाजियाबाद के चारों स्टेशन में से लोनी को छोड़कर सभी में मंगलवार को एक्यूआई में गिरावट आई। इसमें इंदिरापुरम में 291 एक्यूआई दर्ज किया गया जबकि सोमवार को यहां 305 एक्यूआई था। इसी रतह से वसुंधरा में सोमवार को दर्ज एक्यूआई 370 से घटकर 335 पर दर्ज किया गया। बावजूूद इसके यहां की हवा खराब श्रेणी में रही। ग्रैप में दूसरे चरण में पाबंदियों पर लगातार कार्रवाई तो की जा रही है लेकिन अन्य उपायों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सड़कों पर उड़ती धूल से फूल रही सांसें
प्रदूषण की खराब स्थिति के बीच सड़कों से उड़ती धूल लोगों की सांसें फुला रही है। मोहननगर, जीटी रोड, वसुंधरा, इंदिरापुरम में कई जगह सड़कों पर भारी धूल को उड़ता देखा गया। इससे लोगों में खांसी की समस्या भी सामने आ रही है। प्रदूषण के खराब स्तर को देखते हुए लोग मास्क का प्रयोग कर रहे हैं।
वायु प्रदूषण नियंत्रण का न मापन ठीक है न प्रबंधन
वसुधरा में मंगलवार को फ्लैट ओनर फेडरेशन, कंफेडरेशन आफ आरडब्ल्यूए, लाइनपार क्षेत्र आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधि मंडल ने क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी अंकित सिंह से मुलाकात की। फ्लैट ओनर फेडरेशन और कंफेडरेशन आफ आरडब्ल्यूए के चेयरमैन कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने उनसे सवाल किए। उन्होंने कहा कि चारों स्टेशन में एक्यूआई 300 के पार है। असलियत में ये 300 नहीं बल्कि 900 से भी ज्यादा है। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण को लेकर कुछ सुझाव भी दिए। इस मौके पर जय दीक्षित, ज्ञान सिंह, रोहित गुप्ता, चंदन सिंह, गणेश दत्त, राजेंद्र त्रिपाठी, विनीत त्यागी, संदीप गुप्ता मौजूद रहे।
संगठनों ने रखे प्रमुख सुझाव
- महीने में एक दिन 10 तारीख को प्रशासन के सरकारी अधिकारी कार का उपयोग न करें। बाकी लोग इससे सबक लेंगे।
- मेट्रो पिलर और फ्लाईओवर पिलर्स पर वर्टिकल गार्डनिंग करें।
- हिंडन शमशान घाट पर केवल मोक्षदा प्रणाली से शव दहन किया जाए।
गाजियाबाद का क्षेत्रवार हाल (एक्यूआई में)
| क्षेत्र | एक्यूआई |
| गाजियाबाद | 325 |
| इंदिरापुरम | 291 |
| वसुंधरा | 335 |
| संजयनगर | 290 |
| लोनी | 383 |
गाजियाबाद का क्षेत्रवार हाल (क्यूआई में)
| क्षेत्र | क्यूआई |
| गाजियाबाद | 153 |
| इंदिरापुरम | 163 |
| वसुंधरा | 182 |
| संजयनगर | 197 |
| लोनी | 156 |
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