गाजियाबाद के लोगों पर प्रदूषण का कहर, 'खराब' श्रेणी में हवा की गुणवत्ता; AQI 200 के पार
गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से हवा की गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में पहुंच गई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 200 के पार चला गया है, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं। दिवाली के बाद से प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे शहर में रहना मुश्किल हो गया है।
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गाजियाबाद में हवा की गुणवत्ता खराब स्थिति में।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। जिले के लोगों को प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही है। हवा खराब श्रेणी में बरकरार है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 269 दर्ज किया गया। प्रदूषण के कारण आसमान में धुंध में छाई रही।
जिले की हवा एक सप्ताह तक लगातार बेहद खराब श्रेणी में रही थी। 23 अक्टूबर को एक्यूआई में गिरावट आई और एक्यूआई 252 दर्ज किया गया था। शुक्रवार को एक्यूआई में 17 अंक की बढ़ोतरी हुई है। यानी एक्यूआई फिर से बढ़ रहा है।
एक तरफ लोगों को प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही है, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कोई कार्रवाई जमीन पर दिखाई नहीं दे रही है। लोगों का खराब हवा में दम घुट रहा है। वहीं, प्रदूषण रोकथाम के लिए अधिकारियों के दावों में कोई कमी नहीं है।
शुक्रवार को स्टेशनों का एक्यूआई
| स्थान | एक्यूआई |
|---|---|
| इंदिरापुरम | 287 |
| लोनी | 297 |
| संजय नगर | 259 |
| वसुंधरा | 232 |
बीते दिनों का एक्यूआई
| तारीख | एक्यूआई |
|---|---|
| 24 अक्टूबर | 269 |
| 23 अक्टूबर | 252 |
| 22 अक्टूबर | 321 |
| 21 अक्टूबर | 324 |
| 20 अक्टूबर | 316 |
प्रदूषण फैलाने वालों में नजर रखी जा रही है। जो भी मानकों का उल्लंघन करता पाया जाएगा उस पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। संबंधित विभाग पानी का छिड़काव करा रहे हैं। - अंकित सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

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