Ghaziabad Weather: गाजियाबाद की हवा दूसरे दिन भी खराब, केवल कागजों पर बन रही योजना
गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर दूसरे दिन भी खराब रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 227 दर्ज किया गया जिससे लोगों को राहत नहीं मिली। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की योजनाएं केवल कागजों पर ही चल रही हैं ज़मीन पर कोई असर नहीं दिख रहा है। धूल और जलते कूड़े के कारण हवा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। जिले के लोगों को दूसरे दिन भी प्रदूषण से राहत नहीं मिली। शुक्रवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 227 दर्ज किया गया। किसी भी क्षेत्र के लोगों को वायु प्रदूषण से राहत नहीं है।
बृहस्पतिवार को जिले का एक्यूआई 272 दर्ज किया गया। इसमें शुक्रवार को गिरावट जरूर आई, लेकिन हवा खराब श्रेणी में ही दर्ज की गई। सुबह से हवा में धूल के
कण होने के कारण ही प्रदूषण का स्तर बढ़ा। लोगों का कहना है कि इस वर्ष प्रदूषण से राहत नहीं मिल सकी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी कागजों में योजना जरूर बना रहे हैं, लेकिन जमीन पर उनका असर दिखाई नहीं दे रहा है। अगर अधिकारी योजना बनाकर जमीन पर कार्य करते तो राहत जरूर मिलती।
सड़कों पर जगह-जगह उड़ती धूल व जलता कूड़ा अधिकारियों की लापरवाही के उदाहरण हैं। यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी अंकित सिंह का कहना है कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। हवा में धूल के कण बढ़ने से प्रदूषण का स्तर बढ़ा है।
संजय नगर की हवा सबसे खराब
बृहस्पतिवार को इंदिरापुरम की हवा सबसे खराब दर्ज की गई थी। यहां का एक्यूआई 367 दर्ज किया गया था। शुक्रवार को इसमें गिरावट आई और एक्यूआई 244 दर्ज किया गया। वहीं, संजय नगर का एक्यूआई सबसे अधिक 262 दर्ज किया गया।
दो दिन के एक्यूआई की स्थिति
स्टेशन बृहस्पतिवार शुक्रवार
संजय नगर 278 262
वसुंधरा 190 188
इंदिरापुरम 367 244
लोनी 277 214
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