Ghaziabad Blast: सामने खड़ी थी मौत, 15 फीट ऊंची दीवार पर बल्लियों के सहारे चढ़कर बचाई जान
Ghaziabad Cylinder Blast टीला मोड़ थाना क्षेत्र में भोपुरा तिराहे के पास डिफेंस कॉलोनी में सड़क किनारे खड़े एलपीजी सिलिंडर से भरे ट्रक में शनिवार तड़के अचानक आग लग गई। ट्रक में 306 भरे सिलिंडर लोड थे। धमाके के साथ 50 से अधिक सिलिंडर फटकर करीब एक किमी दूर तक जा गिरे। जिससे इलाके में दहशत फैल गई। लोग घरों से बाहर की ओर भागे।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। सुबह के करीब चार बजे थे। तभी अचानक एक तेज धमाका हुआ। आंख खुली तो बाहर की ओर आकर देखा। गोदाम के सामने खड़े गैस सिलेंडर के भरे ट्रक में आग लगी थी। एक के बाद एक सिलेंडर फट रहे थे।
मानों सामने मौत खड़ी हुई थी। तुरंत भागकर अंदर सो रहे साथी कामगारों को उठाया। आगे जाने का रास्ता नहीं मिला तो पीछे 15 फीट ऊंची दीवार पर बल्लियों के सहारे चढ़कर तीनों पड़ाेस के मकान की छत की ओर भागे। यह कहना था लकड़ी के गोदाम में मुनीम श्योदान सिंह का।
चस्मदीद ने बताई भयानक मंजर की दास्ता
ट्रक चालक अशोक कुमार के मकान के बराबर में खाली प्लॉट को वेदप्रकाश गुप्ता ने किराये पर ले रखा है। यहां पर टेंट हाउस की टेबल बनाते थे। बदल में उनके भाई ललितेश गुप्ता तखत और टेबल बनाने थे। वेदप्रकाश के यहां मुनीम का काम देखने वाले श्योदान सिंह के साथ सद्दाम और जितेंद्र काम करते थे।
तीनों ही गोदाम में सोते थे। रोज की तरह वह रात में सोए थे। सुबह धमाके से उनकी नींद खुली। वेदप्रकाश गुप्ता ने बताया कि जलता हुआ गैस सिलेंडर टिनशेड पर आकर गिरा। उनके यहां भी आग लग गई। उनके भाई की एक बाइक भी उसमें जल गई। उनका लाखों नुकसान हुआ है।
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लगा था जान नहीं बच सकेगी
ट्रक चालक व मालिक अशोक कुमार के बेटे अजय ने बताया कि घर में महिलाएं, बच्चे सभी थे। सुबह करीब चार बजे धमाके से उनकी आंख खुली। बाहर झांककर देखा तो ट्रक में आग लगी थी और सिलेंडर फट रह थे। जलते हुए सिलेंडर घर के बरामदे में खड़ी कारों पर आकर गिरे, जिससे तीन कारें और एक साइकिल जल गई।
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घर में चीख पुकार मची थी। भागने का कोई रास्ता नहीं था। किसी तरह से उन्होंने महिलाओं और बच्चों को आग से बचाते हुए घर की छत पर पहुंचाया और पीछे के घर में कूदकर जान बचाई। सिलेंडरों के धमाकों से घर का आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। आसपास के तीन मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
जलता हुआ सिलेंडर नाले में फंका, होता धमाका
अशोक के घर के सामने पेट्रोल पंप के बराबर में टायर पंक्चर की दुकान करने वाले रहीस खान ने बताया कि रात में वह जग रहे थे। तभी अचानक ट्रक में आग लगने के बाद धमाके से सिलेंडर फटने लगे। सिलेंडर पेट्रोल पंप के पास आकर गिरने लगे।
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एक उनकी दुकान के बराबर में अखलाख सर्विस सेंटर के बाहर खड़ी होंडा सिटी कार पर गिरा। कार में आग लग गई। तभी दूसरा सिलेंडर पड़ोस में कार सेर परचेज की दुकान के शटर में आकर लगा। शटर टूट गया और गैस लीक होने लगी।
उन्होंने पड़ोस की दुकान में काम करने वाले हिमांशु के साथ मिलकर सिलेंडर को नाले में फेंका। नाले से और पंक्चर बनाने के लिए ड्रम में रखे पानी से कार में लगी आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। लेकिन आग नहीं बुझी।
आनन फानन बंद किए पेट्रोल पंप
घटना स्थल से 50 मीटर की दूरी पर सामने मोहन शिव सर्विस के नाम से पेट्रोल पंप है। जबकि बगल में कालरा सर्विस सेंटर के नाम से पेट्रोल पंप है। दोनों पंपों पर रात में 12 से अधिक कर्मचारी मौजूद थे।
मोहन शिव सर्विस पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मचारी दिल्ली हर्ष विहार के पवन कुमार ने बताया कि आग लगी तो कई सिलेंडर और उनके टुकड़े पंप पर आकर गिरने लगे। तभी लाइट बंद कर दी गई। सभी मशीनें बंद की गईं। जेनरेटर बंद कर दिया।
सीएनजी पंप के डिस्पेंसर भी क्षतिग्रस्त हो गया। इससे कुछ दूर सीएनजी भी लीक होने लगी थी। पंप के शोकेश के शीशे भी टूट गए। तभी अग्निशमन कर्मियों ने एक गाड़ी यहां पर खड़ी करवाई। जो पानी डालकर आग बुझाती रही। गनीमत रही की आग पंप पर नहीं फैली। वरना पड़ा हादसा हो सकता था।

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