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    7.50 करोड़ की ठगी... बैंक से नीलाम होने वाली संपत्ति के नाम पर तीन लोगों को ऐसे लगाया चूना

    Updated: Mon, 08 Sep 2025 03:48 PM (IST)

    गाजियाबाद में बैंक से नीलाम होने वाली संपत्ति सस्ते दाम में दिलाने के नाम पर तीन लोगों से 7.50 करोड़ रुपये की ठगी हुई है। राजेंद्र वर्मा और उनके साथियों ने दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है जिन पर बैंकों का डीएसए बताकर रकम ऐंठने का आरोप है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कह रही है।

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    नीलामी में मिलने वाली संपत्ति सस्ते में दिलाने के नाम पर ठगे 7.50 करोड़

    जागरण संवाददाता, साहिबाबाद (गाजियाबाद)। गाजियाबाद जनपद में बैंक से नीलाम होने वाली संपत्ति सस्ते दाम में दिलाने के नाम पर तीन लोगों से 7.50 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है।

    इसमें वसुंधरा सेक्टर-2ए निवासी राजेंद्र वर्मा, उनके परिचित पंकज पराशर और प्रिंस त्यागी ने दो आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि दोनों खुद को कई बैंकों का डायरेक्ट सेलिंग एजेंट (डीएसए) बताकर रकम ऐंठ रहे थे। इंदिरापुरम थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    राजेंद्र वर्मा ने दर्ज कराए मुकदमे में बताया कि शक्तिखंड चार निवासी चंद्रभान रावत और दुहाई निवासी प्रवीण चौधरी ने खुद को अलग-अलग निजी बैंकों का डीएसए बताया था। दोनों ने वैशाली सेक्टर-1 में अपना कार्यालय भी खोल रखा था।

    वहीं, मुलाकात के बाद दोनों आरोपितों ने बताया कि बैंक की तरफ से होने वाली नीलामी में बिकने वाली संपत्तियों का सौदा कम दाम में करवा सकते हैं। विश्वास दिलाने के लिए आरोपितों ने उन्हें बिना तारीख लिखा चेक और पासपोर्ट भी दिया।

    राजेंद्र का आरोप है कि चंद्रभान और प्रवीण ने उनसे 2.65 करोड़, पंकज पाराशर से 4.10 करोड़ और प्रिंस त्यागी से 75 लाख रुपये ले लिए। कुछ संपत्ति दिखाने के बाद ऑनलाइन और बैंक खातों में रकम ली गई। काफी महीने तक जब संपत्ति नहीं मिली तो तीनों ने रकम वापस मांगनी शुरू की।

    इस पर एक महीने का समय मांगा गया लेकिन आरोपितों ने इस दौरान भी रकम नहीं दी। समय बीतने के बाद रकम मांगने पर उन्हें वॉट्सऐप पर फर्जी यूनिक ट्रांजेक्शन रेफरेंस (यूटीआर) नंबर और आरटीजीएस के फोटो भेज दिए। आरोपितों को काल किया तो धमकी देकर कॉल काट दी। उन्होंने बताया कि दोनों का कार्यालय और मोबाइल नंबर भी बंद हैं।

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    एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में दोनों के खिलाफ लोन या संपत्ति दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने की जानकारी मिली है। आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।