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    गाजियाबाद से चलने वाली भारत-नेपाल बस सेवा पर संकट, रुपैडिया और टनकपुर तक ही जा रही बसें

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 03:58 PM (IST)

    गाजियाबाद से नेपाल जाने वाली रोडवेज बसें नेपाल में हिंसा के चलते तीन दिन से रुकी हुई हैं। आनंद विहार से साहिबाबाद डिपो की बसें महेंद्रगढ़ और नेपालगंज नहीं जा पा रही हैं केवल रुपैडिया और टनकपुर तक ही चल रही हैं। यात्रियों की कमी के कारण कई बसें रद हो रही हैं जिससे भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा प्रभावित है।

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    हिंसा के चलते तीन दिन से नेपाल में प्रवेश नहीं कर पा रहीं रोडवेज बसें

    जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। आनंद विहार से साहिबाबाद डिपो की दो बसों का संचालन नेपाल के महेंद्रगढ़ व नेपालगंज के लिए होता था, जिसे नेपाल में हिंसा के चलते तीन दिन पहले रोक दिया गया।

    यहां की बसें केवल उत्तर प्रदेश के रुपैडिया व उत्तराखंड के टनकपुर तक ही हो रहा है, जो नेपाल से करीब छह से सात किलोमीटर दूर है। यात्रियों के अभाव में भारत-नेपाल बार्डर तक जाने वालीं बसें भी निरस्त हो रही हैं।

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    बुधवार को दो में से एक बस ही जा सकी। हिंसा के चलते भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा पर संकट छा गया है। हालांकि अभी मुख्यालय या नेपाल प्रशासन की ओर से बसों के संचालन पर रोक के लिए किसी तरह का आदेश जारी नहीं किया गया है।

    आनंद विहार से रोजाना एक बस नेपाल के नेपालगंज व एक बस महेंद्रगढ़ के लिए संचालित होती थीं। नेपालगंज के लिए आनंद विहार से शाम 3:40 बजे और महेंद्रगढ़ की शाम 6:00 बजे संचालन हो रहा था।

    नेपाल में हिंसा के चलते कर्फ्यू लगने से दोनों बसों का संचालन बंद कर दिया गया है। केवल यूपी व उत्तराखंड से सटे नेपाल बार्डर तक ही बसों का संचालन किया जा रहा है। नेपाल में कर्फ्यू के चलते बसें अंदर नहीं जा रही हैं। वहां से यात्री अपनी वैकल्पिक व्यवस्था करके नेपाल के लिए जा रहे हैं।

    उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अधिकारियों का कहना है कि अभी बसों के संचालन को रोकने के लिए किसी तरह का आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। अपने स्तर से यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए नेपाल के अंदर नहीं भेजा जा रहा है।

    नेपाल की बसें भी नहीं आ रहीं 

    भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा में यह समझौता हुआ था कि जितनी यहां की बसें नेपाल जाएंगी उतनी बसें हीं नेपाल की यहां आएंगी। अधिकारियों का कहना है कि कर्फ्यू के चलते वहां की बसें भी यहां नहीं आ रही हैं। मुख्यालय स्तर से जल्द ही इस पर कोई आदेश जारी किया जा सकता है।

    यात्रियों के अभाव में निरस्त हो रहीं बसें

    नेपाल में हिंसा के चलते वहां जाने वाले यात्री भी बहुत कम निकल रहे हैं। हिंसा के चलते अभी लोग यहीं रुकने को प्राथमिकता दे रहे हैं। इससे बीते तीन दिन में कई बसें निरस्त भी हुई हैं। अधिकारी ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि केवल 30 से 40 प्रतिशत यात्री ही निकल रहे हैं।

    जबकि सीट के सापेक्ष कम से कम 50 प्रतिशत यात्री होने अनिवार्य हैं। इस कारण यूपी के रुपैडिया व उत्तराखंड के टनकपुर तक जाने वालीं बसें भी निरस्त हो रही हैं।

    अभी नेपाल के संचालित बसों को अंदर तक नहीं भेजा जा रहा है। टनकपुर व रुपैडिया में यात्रियों को उतारा जा रहा है। यहां से नेपाल की दूरी करीब छह से सात किलोमीटर है। वहां से यात्री वैकल्पिक व्यवस्था कर गंतव्य तक जा रहे हैं।

    -राजेश कुमार, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, साहिबाबाद डिपो।

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