Ghazipur Case: इधर पीएम का हेलीकॉप्टर उड़ा, उधर CM Yogi की नाराजगी से 11 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
गाजीपुर में भाजपा कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय की पुलिस पिटाई से हुई मौत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताई। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया जिसके बाद थानाध्यक्ष समेत 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने घटना की जानकारी मिलने पर एसपी के बयान पर भी नाराजगी व्यक्त की और डीजीपी से रिपोर्ट मांगी।

शिवानंद राय, गाजीपुर। पुलिस की पिटाई से भाजपा कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय की मौत के बाद दिनभर अपनी करतूत पर पर्दा डालकर बचाव करने वाले अफसर अचानक कार्रवाई के मूड में आ गए। इसके पीछे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी रही। जैसे ही वाराणसी में मौजूद मुख्यमंत्री को घटना की जानकारी मिली और उन्होंने पुलिस अधीक्षक के बयान का वीडियो सुना तो काफी नाराज हुए।
सीएम ने तुरंत डीपीजी से घटना की जानकारी ली और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। इसके बाद पुलिस अधिकारी बैकफुट पर आ गए और थानाध्यक्ष सहित 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ धड़ाधड़ निलंबन व लाइनहाजिर करने की कार्रवाई कर दी गई।
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मारीशस के पीएम डा. नवीनचंद्र रामगुलाम वाराणसी में थे। दोनों देशों के पीएम की अगवानी के लिए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना आदि मंत्री आए थे।
शाम को प्रधानमंत्री को विदा करने के बाद मुख्यमंत्री को गाजीपुर में भाजपा कार्यकर्ता की मौत की जानकारी दी गई। सीएम ने एसपी डा.ईरज राजा के उस बयान का वीडियो भी सुना, जिसमें उन्होंने कहा था कि लाइट कटने से अफरा तफरी मच गई। यह मामला पुलिस का नहीं बिजली विभाग का था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने डीजीपी से पूरे घटना की रिपोर्ट मांगी।
डीजीपी ने डीआइजी वैभव कृष्णा को मौके पर भेजा। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने वीडियो सुनने के बाद पुलिस अधिकारियों की भूमिका को लेकर काफी नाराजगी जताई। साथ ही इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई के आदेश डीपीजी को दिए। कहा कि कार्यकर्ताओं के साथ ऐसी घिनौनी हरकत करने वालों दंडित किया जाए।
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