गोंडा में मौसम बदलने से बुखार के एक हजार मरीज, डेंगू के मरीजों की संख्या 95 होने से दहशत में लोग
गोंडा जिले में मौसम बदलने से बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। बुखार के लगभग एक हजार और डेंगू के 95 मरीज सामने आए हैं, जिससे लोगों में दहशत है। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और मच्छरों से बचाव के उपाय करने की सलाह दी है। बुखार या डेंगू के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने को कहा गया है।

95 पहुंची डेंगू मरीजों की संख्या।
संवाद सूत्र, गोंडा। मौसम में बदलाव से रोगियों की संख्या बढ़ रही है। मच्छरों का भी प्रकोप है। जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 85 पहुंच गई है। एक हजार से अधिक लोग बुखार, जुकाम की चपेट में हैं, जो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) से संबद्ध बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय में उपचार करा रहे हैं। ठंड से अस्थमा रोगियों की मुश्किल बढ़ गई है। मौसम में नमी आ गई है। रात में ठंड होती है।
सर्दी-जुकाम, डायरिया, हाईग्रेड फीवर व सांस फूलने के मरीज बढ़ने लगे हैं। बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय पहुंचने वाले रोगियों में से लगभग 50 प्रतिशत इन्हीं रोगों से पीड़ित हैं, उनका मेडिसिन ओपीडी में उपचार चल रहा है।
विशेष सावधानी बरतने की जरूरत
मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के सहायक आचार्य डॉ. एजाज अहमद ने बताया कि सर्दी-जुकाम, बुखार के रोगियों की संख्या बढ़ी है। इस समय विशेष सावधानी बरतें। खासकर बुजुर्गों को ठंड से बचकर रहने की जरूरत है। रक्तचाप, मधुमेह व हृदय रोगी ख्याल रखें। दिक्कत होने पर डाक्टर को दिखाएं।
मौसम में बदलाव से स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। घबराने के बजाय सावधानी बरतने की जरूरत है। बुखार सहित दूसरी स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर तत्काल चिकित्सक को दिखाएं। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। डेंगू मरीज मिलने पर दवाओं का छिड़काव किया जाता है। -डॉ. सीके वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।