गोंडा में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 5.0: उद्योग विभाग के लिए ढाई हजार करोड़ का निवेश जुटाना बड़ी चुनौती
गोंडा में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 5.0 की तैयारियां चल रही हैं, जिसमें उद्योग विभाग को ढाई हजार करोड़ रुपये का निवेश जुटाने की चुनौती है। अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद देवीपाटन मंडल में पर्यटन विकास की संभावनाएं बढ़ी हैं। पिछले पांच वर्षों में गोंडा में निवेश के लिए कई एमओयू साइन किए गए हैं, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। देवीपाटन मंडल में कुल 4300 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया है।

जागरण संवाददाता, गोंडा। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) 5.0 को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। एक माह में ढाई हजार करोड़ रुपये का निवेश जुटाना उद्योग विभाग के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नही है। गतवर्ष जिले में जीबीसी का लक्ष्य 1800 करोड़ रुपये था। एक वर्ष में 700 करोड़ रुपये निवेश का लक्ष्य बढ़ गया है। अधिकारी निवेशकों को ढूंढ़ने के साथ ही उन्हें निवेश के लिए राजी करने में जुट गए हैं।
अयोध्याधाम में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के बाद देवीपाटन मंडल में पर्यटन विकास की संभावनाएं बढ़ी हैं। गोंडा जिले में भगवान घनश्याम महराज की जन्मस्थली छपिया, गाेस्वामी तुलसीदास की जन्मभूमि राजापुर, मुकुंदपुर में मां वाराही मंदिर, पांडवकालीन ऐतिहासिक पृथ्वीनाथ मंदिर, योग के प्रणेता महर्षि पतंजलि की जन्मभूमि कोंड़र के साथ ही पार्वती अरगा-पक्षी विहार भी है।
वहीं, बलरामपुर में मां पाटेश्वरी शक्ति पीठ, बहराइच में कर्तनियाघाट व श्रावस्ती में भी ऐतिहासिक स्थल हैं। शासन ने इस बार गोंडा जिले में ढाई हजार करोड़ रुपये का निवेश जीबीसी में शामिल करने का लक्ष्य तय किया है, जो जीबीसी 4.0 में सिर्फ 1800 करोड़ रुपये था। जीबीसी 5.0 का आयोजन नवंबर के अंतिम या दिसंबर के पहले पखवारे में किया जाना है। ऐसे में विभागीय अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्य के अनुसार निवेश जुटाना है।
पांच वर्ष में 2672 करोड़ रुपये के निवेश का करार
बीते पांच वर्षों में गोंडा में निवेश के लिए 2672 करोड़ रुपये के 103 ओएमयू साइन किए गए थे, जिसमें से 927 करोड़ रुपये के 68 प्रोजेक्ट ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शामिल किए। उद्यमियों ने 604 करोड़ रुपये की 54 इकाईयों की स्थापना के साथ ही व्यवसायिक उत्पादन शुरू कर दिया है, इससे 3105 लोगों को रोजगार से जोड़ा गया है।
रोजगार पाने वाले 80 प्रतिशत स्थानीय लोग हैं। सबसे ज्यादा इकाईयां एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) सेक्टर की हैं। पर्यटन के साथ ही मेडिकल व तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में भी निवेश आए हैं।
देवीपाटन मंडल में 4300 करोड़ रुपये निवेश का लक्ष्य
उपायुक्त उद्योग बाबूराम यादव के मुताबिक देवीपाटन मंडल में 4300 करोड़ रुपये का निवेश जीबीसी 5.0 में शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गोंडा में 2500 करोड़, बहराइच में एक हजार करोड़, बलरामपुर में 500 करोड़ व श्रावस्ती में 300 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।