Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    SIR in UP: गणना फॉर्म के वितरण में लापरवाही बरतने वालों पर होगी कार्रवाई, दर्ज होगी प्राथमिकी

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 07:38 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश में गणना प्रपत्रों के वितरण में लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य सरकार ने ऐसे मामलों में प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए हैं। अधिकारियों को इस संबंध में सख्त निर्देश जारी किए गए हैं ताकि गणना कार्य सुचारू रूप से संपन्न हो सके। सरकार का उद्देश्य है कि गणना कार्य में कोई बाधा न आए।

    Hero Image

    एसआईआर फार्म के वितरण में लापरवाही करने पर होगी कार्रवाई।

    संवाद सूत्र, गोंडा। जिला निर्वाचन प्रियंका निरंजन ने विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के कार्यों को पारदर्शी व समय से कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि एसआईआर फार्म के वितरण एवं उसके शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने समीक्षा में पाया कि कुछ तहसीलों एवं संबंधित इकाइयों में एसआईआर फार्म का वितरण व डिजिटाइजेशन में लापरवाही हो रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नाराजगी जताते हुए उन्होंने विभागाध्यक्षों से लापरवाह कर्मचारियों का ब्योरा मांगा है। चेतावनी दी कि अधिकारियों व कर्मचारियों की पहचान कर उन पर विभागीय कार्यवाही के साथ ही प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी।

    उन्होंने निर्देश दिया कि विकासखंड, नगर निकाय तथा निर्वाचन से जुड़े हर विभाग यह सुनिश्चित करें कि एसआइआर फार्म का वितरण व डिजिटाइजेशन कार्य समयबद्ध पूर्ण एवं त्रुटिरहित रूप से हो।

    डीएम ने राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ की बैठक

    कलेक्ट्रेट सभागार में जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका निरंजन ने राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि बूथ स्तर पर नाम जोड़ने, हटाने तथा संशोधन से संबंधित कार्य तेजी से हो रहे हैं।

    सभी दल इस प्रक्रिया में सहयोग कर अपने स्तर से भी नागरिकों को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए प्रेरित करें। विशेष पुनरीक्षण अभियान के दौरान पात्र युवाओं, महिलाओं तथा दिव्यांग मतदाताओं को प्राथमिकता पर सूची में शामिल किया जाएगा।

    अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, एसडीएम जितेंद्र के अलावा भाजपा के राकेश तिवारी, कांग्रेस के शिवकुमार दुबे समेत सपा-बसपा व अन्य राजनीतिक दलों के पदाधिकारी मौजूद रहे।