MP शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह: CM योगी ने युवाओं को दी नसीहत, 'ड्रग और स्मार्टफोन के नशे से बचने की जरूरत'
गोरखपुर में एमपी शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन पर, सीएम योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को ड्रग्स और स्मार्टफोन के नशे से बचने की सलाह दी। ...और पढ़ें

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज युवाओं के सामने दो बड़ी चुनौतियां हैं, ड्रग का नशा और स्मार्टफोन का अत्यधिक उपयोग। इन दोनों नशे से जितना दूर रहेंगे, उतना ही भविष्य, परिवार और राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों का सही तरीके से निर्वहन कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि नशा माफिया तेजी से युवाओं को अपनी चपेट में लेने का कुत्सित प्रयास कर रहा है, इसलिए अकादमिक संस्थानों को अलर्ट रहना होगा और युवाओं को इसके खिलाफ नई लड़ाई के लिए तैयार होना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री रविवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन अवसर पर आयोजित मुख्य महोत्सव में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्मार्टफोन का अत्यधिक प्रयोग आंख, मस्तिष्क, बुद्धि, विवेक और शारीरिक क्षमता को प्रभावित करता है। युवाओं को इसका उपयोग समय निर्धारित कर करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि दुनिया एआइ, ड्रोन, रोबोटिक्स और इंटरनेट आफ थिंग्स के युग में प्रवेश कर चुकी है, इसलिए तकनीक से दूरी नहीं बल्कि संतुलन बनाकर आगे बढ़ना होगा। तकनीक से रोजगार कम नहीं होगा बल्कि इससे नए अवसर पैदा होंगे।
कार्यक्रम को संस्थान की गौरवशाली विरासत से जोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना 1932 में महंत दिग्विजयनाथ द्वारा गुरु भक्ति की भावना से हुई। उनके गुरु के सम्मान में स्थापित विद्यालय आज विशाल वटवृक्ष बनकर शिक्षा, तकनीक, कृषि, स्वास्थ्य और सेवा के क्षेत्रों में समाज को दिशा दे रहा है।
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उन्होंने बताया कि गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्थापना में भी महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद और गोरक्षपीठ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महिला शिक्षा और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 1950 के दशक में ही संस्थान ने महिला कालेज और तकनीकी संस्थान की स्थापना कर दी थी।
योगी ने कहा कि संस्थान की सभी गतिविधियां संस्थापकों के प्रति कृतज्ञता और राष्ट्र के प्रति कर्तव्य भावना का प्रतीक हैं। जीवन में सफलता वही पाता है, जो धैर्य नहीं छोड़ता। यदि हर व्यक्ति सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े तो अंधकार कहीं भी रह नहीं सकता।

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