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    North Eastern Railway: गोरखपुर बाईपास रेल लाइन का सर्वे पूरा, तैयार हो रहा डीपीआर

    Updated: Wed, 20 Aug 2025 08:28 AM (IST)

    गोरखपुर में मगहर से सरदारनगर तक बाईपास रेल लाइन का फाइनल सर्वे पूरा हो गया है। 35 किमी लंबी इस लाइन की डीपीआर तैयार है जिसे रेलवे बोर्ड भेजे जाने पर मंजूरी का इंतजार है। इस परियोजना से ट्रेनों की गति बढ़ेगी और गोरखपुर जंक्शन पर दबाव कम होगा। ज्यादातर मालगाड़ियां इस लाइन से गुजरेंगी जिससे यात्री ट्रेनों का संचालन सुगम होगा।

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    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मगहर से सरदारनगर तक गोरखपुर बाईपास रेल लाइन के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे का कार्य पूरा हो गया है। लगभग 35 किमी नई बाईपास रेल लाइन का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भी तैयार हो रहा है। डीपीआर तैयार होने के बाद रेलवे बोर्ड भेजा जाएगा।

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    बोर्ड की हरी झंडी मिलते ही नई बाईपास लाइन के निर्माण को लेकर आगे की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। पूर्वोत्तर रेलवे में ट्रेनों के निर्बाध संचालन के लिए रेलवे बोर्ड ने 15 बाईपास लाइन समेत कुल 16 नए प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। नए प्रोजेक्ट न सिर्फ ट्रेनों की गति और समय पालन दुरुस्त करेंगे, बल्कि पूर्वोत्तर रेलवे की ट्रैक क्षमता भी बढ़ाएंगे।

    खास बात यह है कि मगहर-सरदारनगर बाईपास रेल लाइन सहजनवां-दाेहरीघाट नई रेल लाइन से होकर ही गुजरेगी, लेकिन न कहीं जंक्शन होगा और न कहीं क्रासिंग होगी। सहजनवां-दोहरीघाट रेल लाइन पर पड़ने वाले सेवई (खजनी) के पास बाईपास लाइन ऊपर से होकर गुजरेगी।

    सहजनवां-दोहरीघाट रेल लाइन पर नीचे से ट्रेनें चलेंगी, मगहर-सरदारनगर लाइन पर ऊपर से ट्रेनें दौड़ेंगी। छपरा-गोंडा रूट पर चलने वाली मालगाड़ियां गोरखपुर जंक्शन न आकर बाईपास लाइन होते हुए सरदारनगर से सीधे मगहर होते हुए गोंडा पहुंच जाएंगी। बाईपास लाइन पर अधिकतर मालगाड़ियां ही चलाई जाएंगी।

    ब्लाक के दौरान विशेष परिस्थिति में ही यात्री ट्रेनों के लिए मगहर-सरदारनगर बाईपास लाइन का उपयोग किया जाएगा। बाईपास लाइन से मालगाड़ियों के चलने से गोरखपुर जंक्शन का लोड कम हो जाएगा। गोरखपुर जंक्शन से होकर मुख्य रेलमार्ग पर सिर्फ यात्री ट्रेनें ही चलाई जाएंगी। आने वाले दिनों में यात्रियों की मांग के अनुसार अधिक से अधिक यात्री ट्रेनें चलाई जा सकेंगी।

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    पूर्वोत्तर रेलवे में स्वीकृत बाईपास रेल लाइनें

    • मगहर से सरदारनगर के बीच मगहर-सरदारनगर 35 किमी
    • सहजनवां-दोहरीघाट नई रेललाइन पर मगहर वाई कनेक्शन लाइन
    • मनकापुर-मनकापुर-झिलाही-टिकरी वाई कनेक्शन नई रेल लाइन
    • गोरखपुर कैंट बाईपास वाई कनेक्शन-कुसम्ही से उनौला के बीच 12 किमी
    • कप्तानगंज बाईपास लाइन- लक्ष्मीगंज से घुघली के बीच 08:50 किमी
    • घुघली बाईपास लाइन वाई कनेक्शन- 02 किमी
    • इंदारा बाईपास लाइन- किड़िहरापुर-रतनपुरा के बीच 16 किमी
    • औड़िहार बाईपास- सादात से सैदपुर भितरी के बीच 20 किमी
    • मऊ बाईपास- खुरहट से पिपरीडीह के बीच 15 किमी
    • वाराणसी जंक्शन बाईपास- सारनाथ से हरदत्तपुर के बीच 32 किमी
    • सिवान बाईपास- जिरादेई से अमलोरी के बीच 11.75 किमी
    • छपरा बाईपास- टेकनिवास से छपरा ग्रामीण के बीच 12 किमी
    • डालीगंज बाईपास- बादशाहनगर से महिबुल्लापुर के बीच 06 किमी
    • लालकुआं बाईपास- हल्दीरोड से पंतनगर के बीच 07 किमी
    • सीतापुर वाई कनेक्शन- सीतापुर सिटी से बहराइच के बीच 99 किमी

     रेल यात्रियों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार किया जा रहा है। इसीक्रम में कई सर्वेक्षण किए जा रहे हैं। गोरखपुर रेलवे स्टेशन को डि-कंजेस्ट करने के उद्देश्य से एक नई बाईपास लाइन के सर्वे का कार्य पूरा किया गया है।

    - पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी- पूर्वोत्तर रेलवे