Gorakhpur News Air Quality: गोरखपुर शहर में सुधरी की हवा, 68 पर आया एक्यूआइ; इस प्रोग्राम का हुआ असर
गोरखपुर शहर की हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है जिसका श्रेय नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम को जाता है। मई में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 68 दर्ज किया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार वर्षा और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसे उपायों से प्रदूषण कम हुआ है। 2019 में शुरू हुई इस योजना में वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए गोरखपुर सहित 130 शहर शामिल हैं।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। शहर की वायु गुणवत्ता में व्यापक सुधार आया है। मई में एयर क्वालिटी इंडेक्स का औसत सूचकांक 68 पर रहा है। समय- समय पर वर्षा होने और नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत संचालित योजनाओं के कारण प्रदूषण कम हुआ है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि आगे भी वायु की गुणवत्ता में सुधार की व्यापक संभावना है।
वायु प्रदूषण की जांच करने के लिए व्यवसायिक क्षेत्र में जलकल भवन गोलघर, औद्योगिक आस्थान गीडा और आवासीय क्षेत्र के एमएमयूटी परिसर में उपकरण स्थापित किए गए हैं। एमएमयूटी परिसर में लगे उपकरण से आनलाइन आंकड़ा प्राप्त होता है।
मई में एमएमयूटी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता 46 से 62 तक रही। गीडा क्षेत्र में 75 से लेकर 90 तक और गोलघर में 60 से 83 वायु गुणवत्ता मापी गई। पूरे माह का औसत 68 पर रहा। जबकि वर्ष 2024 के मई में 80.75 और 2023 में 231. 82 दर्ज किया था।
इसी तरह से वर्षवार औसत गुणवत्ता में भी व्यापक सुधार आया है। इस वर्ष जनवरी से लेकर मई तक वायु गुणवत्ता सूचकांक औसत 98 तक बना रहा है। वर्ष 2024 में 91 और वर्ष 2023 में 187 सूचकांक दर्ज किया गया था।
नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम में शामिल गोरखपुर
एमएमयूटी के सहायक विज्ञानी ने बताया कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम चलाया जा रहा है। इसमें कुल 130 शहरों में गोरखपुर भी शामिल है। यह योजना वर्ष 2019 में लागू की गई है। इसके तहत वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए नगर निगम की ओर से व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं।
इसके तहत वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार, अपशिष्ट प्रबंधन, उद्योग, वाहन, सड़क की धूल व निर्माण और विध्वंस से उड़ने वाली धूल पर नियत्रंण, सार्वजनिक भागीदारी सुनिश्चित करने सहित अन्य योजनाएं शामिल हैं। प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नगर निगम की ओर से चलाए जा रहे अभियान और वर्षा के कारण हवा की गुणवत्ता सुधरी है।
वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत नगर निगम की ओर से कार्य किए जा रहे हैं। वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए विभिन्न उपाय अपनाने और वर्षा के कारण वायु गुणवत्ता में व्यापक सुधार आया है। आगे भी इसी तरह की स्थिति बने रहने की संभावना है। -सत्येंद्र नाथ यादव, सहायक विज्ञानी (पर्यावरण) एमएमयूटी
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