गोरखपुर में ताल की लहरों पर फिर ले सकेंगे स्पीड बोटिंग का मजा, GDA ने शुरू की तैयारी
गोरखपुर विकास प्राधिकरण रामगढ़ ताल में बोटिंग फिर से शुरू करने जा रहा है। चार प्लेटफार्मों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। पहले बकाया भुगतान न करने और लापरवाही के कारण कुछ फर्मों के अनुबंध रद्द कर दिए गए थे। सुरक्षा को देखते हुए जीडीए अब सख्त नियमों का पालन करेगा और पारदर्शी तरीके से नई फर्मों का चयन करेगा ताकि पर्यटकों को सुरक्षित और बेहतर सेवाएं मिल सकें।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। लंबे समय बाद पर्यटक और स्थानीय लोग एक बार फिर रामगढ़ताल की लहरों पर स्पीड बोटिंग का आनंद ले सकेंगे। संचालकों की मनमानी और गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के सख्त रुख के चलते करीब दो माह से एक जेटी छोड़ सभी प्लेटफार्म से मोटर बोटिंग ठप पड़ी थी।
अब प्राधिकरण ने ताल की रौनक लौटाने के लिए चार प्लेटफार्म के पुनः आवंटन और मानकों के सख्त अनुपालन के साथ बोटिंग संचालन को पटरी पर लाने की तैयारी तेज कर दी है।
प्राधिकरण ने मासिक किराए के आधार पर प्लेटफार्म नंबर चार, आठ, नौ और दस से मोटर स्पीड बोट के संचालन के लिए आवेदन आमंत्रित किया है। 26 को ई नीलामी के जरिए फर्मों का चयन होगा।
बकाया भुगतान न करने और संचालन में लापरवाही पर जीडीए ने कड़ा रुख अपनाते हुए नौकायन स्थित जेटी के प्लेटफार्म नंबर 7 से स्पीड बोट और जेट स्की का संचालन करने वाली फर्म मेसर्स श्री गणेश ट्रेडर्स का अनुबंध बकाया भुगतान के चलते रद्द कर दिया था।
नवंबर 2024 से भुगतान न करने के कारण प्राधिकरण को यह कदम उठाना पड़ा। अनुबंध के तहत फर्म ने शुरुआत में 1.10 लाख रुपये सिक्योरिटी और तीन माह का एडवांस जमा किया था। प्रति माह 1.5 लाख रुपये प्लस 18 प्रतिशत जीएसटी का भुगतान अनिवार्य था, लेकिन समय पर राशि जमा न करने से बकाया लगातार बढ़ता गया।
उधर, प्लेटफार्म नंबर 10 से फरवरी 2025 से बोटिंग चला रही मेसर्स बलराम एपेक्स इंटरप्राइजेज ने घाटे का हवाला देते हुए स्वेच्छा से अनुबंध सरेंडर कर दिया। फर्म ने 45,000 रुपये सिक्योरिटी और तीन माह का एडवांस दिया था, जबकि हर माह 2.25 लाख रुपये प्लस जीएसटी का भुगतान करना था। भारी परिचालन खर्च और कम आय का हवाला देते हुए फर्म ने संचालन जारी रखने में असमर्थता जताई।
स्पीड बोट हादसे के बाद दो प्लेटफार्मों पर लगी थी रोक
पिछले दिनों प्लेटफार्म नंबर 5 और 6 पर हुई एक गंभीर दुर्घटना ने बोटिंग संचालन की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए। दो मोटर स्पीड बोटों की भिड़ंत में एक ही परिवार के तीन सदस्य घायल हो गए। घटना के बाद जीडीए ने दोनों प्लेटफार्मों से बोटिंग संचालन पर तत्काल रोक लगा दी थी। हालांकि कुछ शर्तों के साथ इन्हें भी बोटिंग की अनुमति देने की तैयारी है।
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प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन का कहना है कि बकाया भुगतान और अनुबंध शर्तों के उल्लंघन को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नई फर्मों का चयन पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया से किया जाएगा, ताकि पर्यटकों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिल सकें।
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