गोरखपुर में ग्राम प्रधान ने साथियों संग युवक को मारी गोली, हालत गंभीर
गोरखपुर के सहजनवा में चुनावी रंजिश के चलते ग्राम प्रधान ने एक युवक को गोली मार दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोप है कि जोन्हियां क्रासिंग के पास फोन पर बात कर रहे बिपिन सिंह पर प्रधान और उसके साथियों ने फायरिंग की। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

जागरण संवाददाता, सहजनवा। जोन्हियां क्रासिंग के पास मंगलवार की शाम चुनावी रंजिश में ग्राम प्रधान ने साथियों संग युवक को गोली मार दी। आरोप है कि फोन पर बात रहे युवक पर आरोपितों ने चार राउंड फायरिंग की जिसमें एक गोली 25 वर्षीय बिपिन सिंह के सीने के नीचे लगी।
गंभीर रूप से घायल युवक को गांव के लोग थाने ले गए जहां से सीएचसी ले जाया गया।प्राथमिक उपचार के बाद घायल को जिला अस्पताल लाया गया जहां से बीआरडी मेडिकल कालेज भेज दिया गया।आरोपितों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
डोमहर माफी गांव के बिपिन सिंह ने पुलिस को बताया कि मंगलवार की शाम लुचुई में रहने वाले अपने मित्र विकास यादव के साथ गांव जा रहा था। जोन्हियां क्रासिंग के पास फोन आने पर बाइक रोककर बात करने लगा।
आरोप है कि इसी बीच ग्राम प्रधान मंजीत सिंह बुलेट पर अपने दो साथियों संग पहुंचा। आते ही गाली-गलौज शुरू कर दी।विरोध करने पर पिस्टल से फायरिंग कर दी। दो गोलियां हवा में निकल गईं, एक बाइक पर लगी जबकि चौथी गोली बिपिन के सीने के नीचे से आर-पार हो गई।
गोली चलने से भगदड़ मच गई। घटना के बाद आरोपित फरार हो गए। ग्रामीणों ने घायल को सहजनवा थाने पहुंचाया।आरोप है कि आधे घंटे तक वह बेंच पर पड़ रहा। इसके बाद गांव के लोग बाइक से सीएचसी ले गए। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
ग्रामीणों का कहना है कि कई दिनों से गांव में विवाद चल रहा था लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। आरोप है कि घायल की मां शिमला देवी चार सितंबर को प्रधान पक्ष के लोगों पर कार्रवाई करने के लिए तहरीर लेकर पहले थाने उसके बाद पुलिस कार्यालय गई थी।
एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच चल रही है।आरोपितों की तलाश चल रही है।जल्द ही पर्दाफाश किया जाएगा।
पांच दिन पहले प्रधान के भाई को पीटा था :
चार सितंबर को ग्राम प्रधान मंजीत सिंह के भाई अजीत सिंह की गांव के पोखरे पर मारपीट हो गई थी। इसके बाद प्रधान की तहरीर पर पुलिस ने बिपिन के भाई अंकित सिंह, कमलेश सिंह, नितेश सिंह और विकास यादव के विरुद्ध केस दर्ज कर पुलिस ने दोनों पक्ष का शांति भंग की आशंका में चालान किया था।आरोप है कि मारपीट में प्रधान के भाई का हाथ फ्रैक्चर हो गया है।
गोलीकांड से डरा गांव,दबदबा बनाने के लिए की गई वारदात
गोलीकांड के बाद डोमहर माफी गांव में दहशत का माहौल है। गांव में लोग खुलेआम कह रहे हैं कि अगर प्रधान ही गोली चला दे तो अब आम आदमी कहां जाए? हर गली और चौपाल पर इसी घटना की चर्चा है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान मंजीत सिंह और उसके समर्थक लंबे समय से गांव में दबदबा बनाए हुए हैं।
यह भी पढ़ें- UP News: गांवों में चोरों की आहट से दहशत, ग्रामीण दे रहे रातभर पहरा
जब चार सितंबर को पोखरे पर मारपीट हुई थी तभी से आशंका थी कि यह विवाद बड़ा रूप लेगा। लेकिन पुलिस ने महज शांति भंग में चालान कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। नतीजा यह हुआ कि मंगलवार को गोलियों की तड़तड़ाहट से गांव दहल गया।
सबसे ज्यादा गुस्सा हल्का दारोगा व बीपीओ की लापरवाही को लेकर है। ग्रामीणों का कहना है कि घायल बिपिन सिंह को जब थाने लाया गया तो किसी भी पुलिसवाले ने उसे अस्पताल भेजने की जहमत तक नहीं उठाई। हल्का दारोगा व बीपीओ मामले को टालते रहे। पंचायत चुनाव को लेकर गांव की राजनीति गरम है।
इसी बात काे लेकर पांच दिन से प्रधान और विपक्षी गुट में तनातनी लगातार बनी हुई थी।पोखरे पर विवाद होने के बाद यह और बढ़ गया।मंगलवार को हुई घटना पूरी तरह राजनीतिक रंजिश का नतीजा है। घटना के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।