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    Driving License Test: परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए भी ऑनलाइन होगा टेस्ट, तैयार होंगे कुशल चालक

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 09:12 AM (IST)

    गोरखपुर के शहीद बंधू सिंह चालक प्रशिक्षण केंद्र में अब स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन टेस्ट होगा। 20 दिसंबर से शुरू होने वाले इस टेस्ट में आधुनिक ट्रैक पर सीसी कैमरे से निगरानी रखी जाएगी। मैनुअल टेस्ट बंद होने से कुशल चालकों को ही लाइसेंस मिलेंगे। नई व्यवस्था से पारदर्शिता आएगी और दलालों पर लगाम लगेगी। नए साल से ड्राइविंग की पाठशाला भी शुरू होगी, जहाँ प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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     20 दिसंबर से ड्राइविंग ट्रैक पर सीसी कैमरे के सामने देना होगा टेस्ट। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। शहीद बंधू सिंह चालक प्रशिक्षण केंद्र (डीटीआइ) चरगांवा में अब परमानेंट (स्थायी) ड्राइविंग लाइसेंस के लिए भी आनलाइन (कंप्यूटराइज्ड) टेस्ट होगा। अभ्यर्थी 20 दिसंबर से डीटीआइ के आधुनिक ट्रैक पर सीसी कैमरे की निगरानी में टेस्ट देंगे। ट्रैक पर थोड़ी सी गड़बड़ी होने पर सिस्टम पकड़ लेगा।

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    ड्राइविंग ट्रैक पर टेस्ट के दौरान सिग्नल रेड होते ही अभ्यर्थी स्वत: फेल हो जाएंगे। ग्रीन सिग्नल पर ही अभ्यर्थी पास माने जाएंगे। मैनुअल टेस्ट पूरी तरह बंद हो जाएगा। नई व्यवस्था लागू हो जाने से कुशल चालकों को ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी होंगे। कार्य प्रणाली सरल होने के साथ सिस्टम भी पारदर्शी हो जाएगा। अराजकतत्वों पर अंकुश लगने के साथ दलालों की सक्रियता पर भी लगाम लग जाएगी।

    ऑनलाइन टेस्ट की प्रक्रिया शुरू करने के लिए परिवहन विभाग ने लखनऊ की एजेंसी नामित कर दी है। एजेंसी के कर्मचारियों की देखरेख में टेस्ट की प्रक्रिया पूरी होगी। पूरी व्यवस्था की निगरानी के लिए संभागीय निरीक्षक तैनात होंगे। उनकी देखरेख में ही प्रशिक्षण के बाद ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए जाएंगे। आनलाइन टेस्ट के लिए डीटीआइ परिसर में ड्राइविंग ट्रैक के 40 टावर पर दर्जनों सीसी कैमरे और सिग्नल लगा दिए गए हैं।

    कार्यदायी कंपनी मारुति ने परिसर में लगे उपकरण को परिवहन विभाग को हैंडओवर कर दिया है। दरअसल, परिवहन विभाग पूरी तरह डिजिटल प्लेटफार्म पर आ गया है। लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस ही नहीं वाहनों के पंजीकरण व अन्य सेवाओं से संबंधित 56 कार्य के लिए भी आनलाइन होने लगे हैं। लोगों को परिवहन विभाग के दफ्तर नहीं जाना पड़ रहा। इसके बाद भी डीटीआइ डिजिटल प्लेटफार्म पर नहीं आ पा रहा था।

    ट्रैक बनने, टावर पर सीसी कैमरे के अलावा आवश्यक उपकरण आदि लगने के बाद भी आनलाइन टेस्ट की प्रक्रिया आरंभ नहीं हो पा रही थी। शासन के दिशा-निर्देश के बाद भी आनलाइन सिस्टम और प्रशिक्षण केंद्र चालू नहीं हो पा रहा था। दैनिक जागरण ने डीटीआइ की बदहाली का मुद्दा उठाते हुए 13 नवंबर के अंक में 'हैंडओवर के बाद भी नहीं चल पाया डीटीआइ, धूल फांक रहीं मशीनें' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी।

    नए साल से ड्राइविंग की पाठशााला भी हो जाएगी शुरू
    डीटीआइ चरगांवा में नए साल से ड्राइविंग की पाठशाला भी शुरू हो जाएगी। पाठशाला संचालित कराने की प्रक्रिया भी आरंभ हो चुकी है। प्रशिक्षुओं को ड्राइविंग ट्रैक पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा सेमुलेटर पर भी प्रशिक्षण की सुविधा होगी। भवन के भूतल पर प्रयोगशाला होगी। हल्के एवं भारी वाहनों के अभ्यास के लिए दो कंप्यूटर कक्ष होंगे।

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    प्रथम तल पर सेंटर हेड कक्ष, सर्विलांस कक्ष, सभागार, अभ्यर्थियों के लिए क्लास रूम और 100 लोगों के लिए आडिटोरियम होगा। दूर-राज के अभ्यर्थियों के लिए हास्टल की सुविधा मिलेगी। प्रशिक्षण के अलावा ठहरने, नाश्ता और भोजन के लिए न्यूनतम शुल्क निर्धारित होगा। कोई भी व्यक्ति प्रशिक्षण प्राप्त कर अपना लाइसेंस बनवा सकता है। प्रशिक्षण के लिए न्यूनतम एक माह की अवधि निर्धारित की गई है। प्रशिक्षण के साथ यातायात के नियमों की समुचित जानकारी भी दी जाएगी।

    489.56 लाख रुपये में बना है चालक प्रशिक्षण केंद्र
    पूर्वांचल के युवाओं को कुशल चालक बनाने व मार्ग दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से शासन ने 489.56 लाख रुपये खर्च कर चालक प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण कराया है। 15 अक्टूबर, 2020 को निर्माण कार्य पूरा हो गया था। जुलाई 2021 से ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधित कार्य शुरू है। परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए प्रतिदिन 50 से 60 अभ्यर्थी टेस्ट देने पहुंचते हैं।


    परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के आनलाइन टेस्ट की प्रक्रिया आरंभ करने के लिए एजेंसी नामित कर दी गई है। संचालक को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। टेस्ट की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी हो जाएगी। जल्द ही प्रशिक्षण केंद्र भी खुल जाएगा। प्रशिक्षण केंद्र चालू करने की भी प्रक्रिया चल रही है।

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    - रामबृक्ष सोनकर, संभागीय परिवहन अधिकारी- गोरखपुर।