Gorakhpur Link Expressway शुरू करने के दावे पर सवाल, क्या एक सितंबर से हो पाएगा आवागमन?
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से लखनऊ की दूरी पांच घंटे की बजाए साढ़े तीन से चार घंटे में पूरी हो जाएगी। हालांकि इस रास्ते लखनऊ की दूरी थोड़ी बढ़ जाएगी लेकिन कोई अवरोध नहीं होने की वजह से समय कम लगेगा। गोरखपुर से बस्ती अयोध्या होते हुए लखनऊ की दूरी 279 किमी है जबकि लिंक एक्सप्रेसवे से दूरी 311 पड़ेगी।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पिछली दो समीक्षा बैठकों में अगले महीने से गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर वाहनों का संचलन शुरू हो जाने के दावे झूठे निकले तो इस बार मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने यूपी एक्सप्रेसवे इडंस्ट्रियल डेवलपमेंट अथारिटी (यूपीडा) के अधिकारियों को टोक दिया। पूछ बैठे कि इस बार वास्तव में एक्सप्रेसवे खोल देंगे कि फिर पिछली बार जैसा ही दावा कर रहे।
मंडलायुक्त, शुक्रवार को 10 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। एक के बाद एक परियोजनाओं की बिंदुवार समीक्षा करने के बाद जब गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की बारी आई तो यूपीडा के अधिकारियों ने बताया कि एक सितंबर से एक्सप्रेसवे पर वाहनों का संचलन शुरू हो जाएगा।
अभी जवाब पूरा होता कि मंडलायुक्त पूछ बैठे कि इस बार वास्तव में शुरू कर देंगे या पिछली बार की तरह सिर्फ दावा ही कर रहे। इसपर अधिकारियों ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि 94 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है। एप्रोच का निर्माण चल रहा है जो जल्द ही पूरा हो जाएगा। एक सितंबर से एक्सप्रेसवे शुरु कर दिया जाएगा।
इसे भी पढ़ें-हादसा या साजिश? कानपुर में आधी रात हुई घटना की PHOTOS; अचानक मच गई थी चीख-पुकार
इसपर मंडलायुक्त ने दोहराया कि सुनिश्चित किया जाए कि सितंबर में हर हाल में एक्सप्रेसवे शुरू हो जाए। यूपीडा की ओर से बैठक में प्रस्तुत रिपोर्ट के मुताबिक 2039 करोड़ की लागत वाली इस परियोजना की भौतिक प्रगति 94 प्रतिशत है। अब तक 1, 613 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। 10 फरवरी 2020 को शुरू हुई यह परियोजना 30 अगस्त 2024 को पूरा हो जाएगी।
साढ़े तीन से चार घंटे में पहुंच जाएंगे लखनऊ
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से लखनऊ की दूरी पांच घंटे की बजाए साढ़े तीन से चार घंटे में पूरी हो जाएगी। हालांकि इस रास्ते लखनऊ की दूरी थोड़ी बढ़ जाएगी लेकिन, कोई अवरोध नहीं होने की वजह से समय कम लगेगा।
गोरखपुर से बस्ती, अयोध्या होते हुए लखनऊ की दूरी 279 किमी है जबकि लिंक एक्सप्रेसवे से दूरी 311 पड़ेगी। लिंक एक्सप्रेसवे से गोरखपुर और आजमगढ़ के बीच भी आवाजाही आसान और तेज हो जाएगी। साथ ही गोरखपुर से आगरा और दिल्ली की राह भी आसान हो जाएगी। इसके बन जाने से व्यापारियों को भी बहुत फायदा होगा।
यह है लिंक एक्सप्रेसवे का रूट
91.35 किलोमीटर लंबा यह लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर के सदर तहसील के जैतपुर गांव से शुरू होकर आजमगढ़ जिले के सालारपुर गांव में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलता है। यह लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संतकबीर नगर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ से होकर गुजर रहा है।
समन्वय बनाकर दूर करें निर्माण कार्य की बाधा
गोरखपुर जिले में 10 करोड़ से अधिक लागत वाली विकास परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने कहा कि सड़कों के चौड़ीकरण के कार्यों में आने वाली बाधाओं को संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित दूर किया जाए और कार्य की गति बढ़ाई जाए। साथ ही काम की गुणवत्ता और समयबद्धता का भी विशेष ध्यान रखा जाए।
इसे भी पढ़ें- यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को CM योगी की सौगात, घर से केंद्र तक मिलेगी फ्री रोडवेज यात्रा
उन्होंने रामगढ़ताल परियोजना के अंतर्गत नौकायन से देवरिया बाईपास फोर लेन सड़क, पैडलेगंज से स्वामी विवेकानंद की मूर्ति होते हुए फिराक चौराहा तथा भटहट बांसस्थान फोर लेन सड़क चौड़ीकरण की प्रगति पूछी और निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने रजिस्ट्री के कार्यों में तेजी लाने का भी निर्देश दिया। सिक्सलेन ओवरब्रिज समेत सेतु निगम के अन्य निर्माणाधीन कार्यों के बारे में बताया गया कि कार्य प्रगति पर है और समय सीमा के अन्तर्गत पूर्ण कर लिया जाएगा। बैठक में जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर मृणाली अविनाश जोशी, मुख्य राजस्व अधिकारी सुशील कुमार गोंड सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।