Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी पुलिस के बर्खास्त सिपाही के निशाने पर थे थानेदार समेत तीन लोग, शहर में रुककर की थी रेकी

    By Pradeep SrivastavaEdited By:
    Updated: Thu, 18 Feb 2021 08:24 AM (IST)

    यूपी पुलिस का बर्खास्त सिपाही दिग्विजय राय आठ फरवरी को गोरखपुर पहुंचा था। कैंट पुलिस की पूछताछ में पता चला कि आठ से 11 फरवरी तक वह शहर के एक होटल में रहा। इस दौरान उसने बस्ती में तैनात इंस्पेक्टर राजकुमार पांडेय की रेकी की।

    Hero Image
    यूपी पुलिस का बर्खास्त सिपाही दिग्विजय राय। - फाइल फोटो

    गोरखपुर, जेएनएन। बर्खास्त सिपाही दिग्विजय राय के निशाने पर बस्ती जिले के एक थानेदार समेत तीन लोग थे। शहर मके एक होटल में रुकर उसने तीनों लोगों की रेकी की थी। लेकिन कैंट पुलिस गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को बर्खास्त सिपाही पर पहले से दर्ज हत्या की धमकी, रंगदारी मांगने के दर्ज हुए मुकदमे में हत्या के दुष्प्रेरण और आइटी एक्ट की धारा बढ़ा दी गई। दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गोरखपुर में होटल में रुककर की थी रेकी

    कुशीनगर जिले तरयासुजान, बसडीला गुनागर गांव का रहने वाला बर्खास्त सिपाही दिग्विजय राय आठ फरवरी को गोरखपुर पहुंचा था। कैंट पुलिस की पूछताछ में पता चला कि आठ से 11 फरवरी तक वह शहर के एक होटल में रहा। इस दौरान उसने बस्ती में तैनात इंस्पेक्टर राजकुमार पांडेय की रेकी की। उनका परिवार तारामंडल इलाके में रहता है। रविवार को वह गोरखपुर में मौजूद थे। इसके अलावा बस्ती के कप्तानगंज थाने के ड्राइवर राजकुमार ङ्क्षसह का परिवार गोरखपुर में रहता है। इन दोनों के अलावा तीसरा व्यक्ति जिसकी हत्या करने की धमकी दी थी वह मोहद्दीपुर का रहने वाला रिंकूल मिश्रा था। जिससे दिग्विजय ने 50 हजार रुपये रंगदारी मांगी थी।

    निलंबन के बाद हुआ था बर्खास्‍त

    बस्ती के कप्तानगंज थाने में तैनाती के दौरान अर्मादित व्यवहार करने पर राजकुमार पांडेय ने ही अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी थी, जिसके आधार पर वह निलंबित हुआ था। जिसके बाद दिग्विजय ने कप्तान हेमराज मीणा के साथ ही थानेदार राजकुमार पांडेय, सिपाही आनंद यादव, सतीश यादव, राहुल सिंह, प्रशांत पांडे और चालक राजकुमार ङ्क्षसह को जान से मारने की धमकी दी थी। खुद को निर्दोष बताते हुए वह अपने ऊपर कार्रवाई का जिम्मेदार इन लोगों को बता रहा था। थानेदार व चालक गोरखपुर में रहते हैं। शेष लोग आजमगढ़ और बिहार के रहने वाले हैं। प्रभारी निरीक्षक कैंट अनिल उपाध्याय ने बताया कि मंगलवार की दोपहर बर्खास्त सिपाही को कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया। सर्विलांस के जरिए उसके मददगारों की जानकारी जुटाई जा रही है। उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

    यह है मामला

    यूपी पुलिस के बर्खास्त सिपाही दिग्विजय राय ने शनिवार की शाम फेसबुक पर लाइव होकर 2.45 मिनट का वीडियो शेयर किया। जिसमें गोरखपुर पुलिस को चैलेंज करते हुए तीन दिन में तीन लोगों की हत्या करने की धमकी दी थी। दिग्विजय ने कहा था कि 14 फरवरी की सुबह 10 बजे के पहले मोहद्दीपुर में एक हत्या करेगा। वीडियो वायरल होने पर सनसनी फैल गई थी। इसके अलावा उसने मोहद्दीपुर में रहने वाले दुकानदार रिंकू मिश्रा से 50 हजार रुपये रंगदारी मांगी थी। रुपये न मिलने पर हत्या करने की धमकी दी थी।