जाको राखे साईंया....उफनाती यमुना में कूदी महिला, 12 घंटे में 55 किमी बही, फिर ऐसे बची जान
इटावा की एक 53 वर्षीय महिला शैलेश जो पति की मानसिक बीमारी से परेशान होकर यमुना नदी में कूद गई थी 12 घंटे बाद कुरारा के भैदन डेरा गांव में नदी किनारे म ...और पढ़ें

संवादसूत्र, जागरण, कुरारा (हमीरपुर)। कहते हैं कि जाको राखे सईंया मार सके ना कोय..। एक ऐसा ही मामला सामने आया है हमीरपुर से। हमीरपुर की महिला 12 घंटे उफनाती यमुना में बहती रही। इटावा में वह सुरक्षित मिली। हर कोई इसे चमत्कार बता रहा है।
पति से विवाद के बाद इटावा से अपने मायके उरई आई महिला गुरुवार देर शाम कालपी में पुल से यमुना नदी में कूद गई। करीब 12 घंटे में करीब 55 किमी नदी में बहकर शुक्रवार सुबह वह कुरारा के भैदनडेरा गांव के पास नदी किनारे निर्वस्त्र हालत में पड़ी मिली। एंबुलेंस की मदद से महिला को कुरारा सीएचसी ले जाया गया। उरई से आया भाई महिला को अपने साथ ले गया।
इटावा जिले के शहर कोतवाली के बरहीपुरा निवासी 55 वर्षीय शैलेश कुमारी पत्नी दिलीप गोस्वामी सुबह करीब सात बजे भैदनडेरा गांव के पास बिलौटा पंप कैनाल के किनारे बेहोश मिली। भैदनडेरा गांव की आशा कार्यकर्ता ममता का भाई अवधेश कुमार निवासी औरैया नदी किनारे शौच के लिया गया था। उसने महिला को नदी से निकालकर खेत में लिटाया। प्रधान प्रतिनिधि गोपाल शुक्ला ने हरौलीपुर चौकी पुलिस को सूचना दी। पुलिस एंबुलेंस से महिला को कुरारा सीएचसी ले गई।
इलाज के बाद होश में आई महिला ने बताया कि पति शराब का लती है। 16 सितंबर को पति से विवाद हो गया। दूसरे दिन मायके उरई आ गई और गुरुवार शाम करीब सात बजे कालपी में पुल से यमुना नदी में कूद गई। बताया कि उसकी शादी 28 वर्ष पूर्व हुई थी। उसके माता पिता का निधन हो चुका है। पति के पास दस बीघा कृषि भूमि है तथा आटा चक्की है।
उधर, उरई के सुशील नगर में रहने वाले महिला के भाई राजेश गोस्वामी ने बताया कि 17 सितंबर को बहन उरई आ गई थी। गुरुवार को बिना कुछ बताए अचानक कहीं चली गई। रातभर नाते रिश्तेदारी में फोन करके पता किया लेकिन पता नहीं चला। शुक्रवार सुबह हमीरपुर से पुलिस का फोन आया तब जानकारी हुई। शाम को अपनी बहन को लेकर उरई आ गए। बताया कि अब बहन की हालत में सुधार है, अभी ज्यादा बात नहीं कर रही हैं।
पुत्र व पति के छलक आए आंसू
कुरारा सीएचसी में शैलेष कुमारी को सुरक्षित देख पुत्र आकाश, पति दिलीप समेत अन्य स्वजन की आंखों से आंसू छलक आए। पति दिलीप गोस्वामी ग्वालियर रोड छैराहा पर आटा चक्की चलाते हैं, जबकि इकलौता बेटा आकाश बुकिंग पर कार चलाता है। बेटे ने फोन पर बातचीत में बताया कि घर से निकलने के बाद मां दो दिन तक इधर उधर भटकती रहीं।

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