इंटर में टॉप नहीं कर पाया तो छात्र ने उठाया ये कदम, सुनकर खड़े हो जोएंगे रौंगटे
उत्तर प्रदेश में एक इंटरमीडिएट के छात्र ने परीक्षा में टॉप न कर पाने के कारण आत्महत्या कर ली। छात्र हमेशा अपनी कक्षा में अव्वल रहता था और उसे टॉप करने की उम्मीद थी। परिणाम विपरीत आने पर वह तनाव में था और उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

संवाद सहयोगी, मौदहा। इंटर में जिला टाप न कर पाने के सदमे में बीए की पढ़ाई कर रहे एक छात्र ने साड़ी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। इस घटना से स्वजन में मातम छा गया है।
मौदहा कोतवाली के मराठीपुरा मुहल्ला निवासी सरकारी राशन कोटेदार चंद्रशेखर का 21 वर्षीय पुत्र अंकित हाईस्कूल की परीक्षा में विद्यालय टाप आया था। जिसने इंटर में जिला टाप करने का स्वजन से वादा किया था। लेकिन 2024-25 में वह इंटर में जिला टाप नहीं कर सका। जिससे वह सदमे में आ गया और उदास रहने लगा। स्वजन ने कहने पर उसने बीए में दाखिला लिया। लेकिन उसका मन पुरानी बातों में ही लगा रहा। जिससे वह उबर नहीं पाया और सदमें के कारण बीमार हो गया। जिसका उपचार भी चल रहा था।
सोमवार की रात करीब नौ बजे उसने घर के कमरे में खुद को अकेला कर साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। यह देख स्वजन में चीत्कार मच गई। मृतक से चाचा मिलन ने बताया कि उनका भतीजा पढ़ाई में बहुत तेज था। हाई स्कूल में उसने कालेज टाप किया था। इसके बाद वह बोला था कि इंटर में जिला टाप करूंगा। लेकिन वह इंटर में जिला टाप नहीं कर पाया था। जिसके बाद से वह सदमे में चला गया और गुमसुम रहने लगा।
बाद में समझाने पर उसने कस्बे के राजकीय महाविद्यालय में बीए के लिए दाखिला कराया था। सदमे के कारण वह बीमार हो गया था। जिसका कानपुर के रिजेंसी अस्पताल से लेकर लखनऊ एम्स तक में इलाज कराया गया। पर वह इंटर टाप की बात से नहीं उबर पाया। पिता चन्द्रशेखर ने बताया कि सोमवार की देर शाम बेटा खाना खाने के बाद छत में टहलने चला गया था।
काफी देर तक वह नीचे नहीं आया तो वह ऊपर पहुंचे। जहां वह कमरे में फंदे से लटका था। यह देख स्वजन के होश उड़ गए। स्वजन उसे सीएचसी ले गए जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना से परिवार में मातम छा गया है। मृतक दो भाइयों में बड़ा था।
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