Hapur Crime: अमरोहा के व्यापारी से मांगी एक करोड़ की रंगदारी मांगी, विरोध पर की फायरिंग
हापुड़ में अमरोहा के व्यापारी से एक करोड़ की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। विरोध करने पर आरोपियों ने फायरिंग भी की। पुलिस कार्रवाई न होने पर कोर्ट के आदेश पर हिस्ट्रीशीटर अरुण समेत नौ लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ। आरोपियों ने जमीन में मुनाफे का लालच देकर रंगदारी मांगी थी। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

जागरण संवाददाता, हापुड़। हापुड़ जिले में रंगदारी माफिया का नया खौफनाक चेहरा उजागर हुआ है। अमरोहा जिले के थाना गजरौला के यकबगड़ी गांव के व्यापारी वेदपाल सिंह से एक हिस्ट्रीशीटर और उसके आठ साथियों ने एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी। विरोध पर उन पर फायरिंग तक कर दी। मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहींं की। मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर सभी नौ आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
व्यापारी वेदपाल सिंह ने बताया कि मामला मई 2023 का है। हापुड़ के थाना हाफिजपुर के घुंघराला गांव के हिस्ट्रीशीटर अरूण उर्फ कोमल और उसके साथी विजय शंकर अग्रवाल ने उनसे संपर्क किया। दोनों ने जरोठी रोड पर एक जमीन के प्लॉटिंग कराने और मोटा मुनाफा कमाने का लालच दिया। 30 मई 2023 को पीड़ित हापुड़ आया था, तभी आरोपितों ने जमीन के कथित मालिक मोहल्ला किला कोना के वहाब कुरेशी और आबिद को लाकर सौदा पक्का कराया। अगले ही दिन, 31 मई को पीड़ित ने अपनी फर्म के बैंक खाते से वहाब को पांच लाख और आबिद को पांच लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
लेकिन सौदा पूरा होने के बजाय रंगदारी का खेल शुरू हो गया। जून 2023 में अरूण और विजय ने कहा कि हापुड़ में व्यापार करने के लिए एक करोड़ रुपये की रंगदारी देनी होगी। विरोध पर उन्होंने दस लाख रुपये की मांग की, जो पीड़ित ने अलग-अलग तारीखों में जमा कर दिए। बाद में अरूण ने अपने अन्य साथी साजिद अली कुरेशी, फाजिल, राशिद, जावेद और जमशेद को शामिल कर लिया। इन सभी ने दावा किया कि जमीन में उनका भी हिस्सा है। वेदपाल ने इनके खातों में अतिरिक्त रकम भेजी, लेकिन न तो जमीन का बैनामा हुआ और न ही कोई प्लॉटिंग शुरू हुई।
फायरिंग की कोशिश और कोर्ट का हस्तक्षेप
आरोपितों ने खुलेआम स्वीकार किया कि वह गिरोहबंद होकर व्यापारियों को फंसाते हैं और रंगदारी वसूलते हैं। रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकियां दी गईं। चरम पर यह खेल तब पहुंचा जब छह अक्टूबर 2025 को वेदपाल फ्रीगंज रोड पर थे। तभी हिस्ट्रीशीटर अरूण ने उन पर फायरिंग कर दी, जिसमें वह बाल-बाल बच गए।
घटना की रिपोर्ट स्थानीय कोतवाली और एसपी को दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
हताश वेदपाल ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के सख्त निर्देश पर पुलिस ने अरूण उर्फ कोमल, विजय शंकर अग्रवाल, जमशेद, साजिद अली कुरेशी, फाजिल, राशिद, जावेद, वहाब कुरेशी और आबिद सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब आरोपितों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
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