Delhi Blast: सत्यापन की धीमी रफ्तार पर उठे सवाल, अल-फलाह यूनिवर्सिटी की तरह हापुड़ पर मंडराया खतरा
हापुड़ में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। फरीदाबाद की एक यूनिवर्सिटी में आतंकियों के ठिकाने की आशंका के बाद जिले में सत्यापन की धीमी गति चिंता क ...और पढ़ें

ज्ञानंजय सिंह, एसपी। जागरण
केशव त्यागी, हापुड़। फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी आतंकवादियों का ठिकाना बन गई। फर्जी पहचान से तैयार किए गए मॉड्यूल ने बम विस्फोट कर सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी। ऐसी घटना जिले में भी हो सकती है।
18 लाख की आबादी वाले जिले में करीब साढ़े तीन लाख घर, कारखाने व अन्य प्रतिष्ठान हैं। जिनमें से करीब 50 हजार स्थानों पर किराएदार, कर्मचारी या नौकर रखे हुए है। फिर भी वर्ष 2024-25 में सिर्फ 289 कर्मचारी व 42 नौकरों का सत्यापन हुआ है। जबकि, इनकी संख्या कहीं ज्यादा है।
यह लापरवाही सुरक्षा की दृष्टि से जिले में कभी भी ऐसी घटना करा सकती है। जिसका खामियाजा आम लोगों को अपनी जान तक देकर चुकाना पड़ सकता है। दिलचस्प बात यह है कि सत्यापन कराने में लोगों में कोई जागरूकता नहीं है। सत्यापन नहीं कराने की वजह से ही अपराधियों को घर या प्रतिष्ठानों में नौकर या कर्मचारी बनाकर रखा जाता है, जो मौका मिलने पर वारदात को अंजाम देकर निकल जाते है।
पिछले एक माह में हुए सत्यापन
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, पिछले एक माह में 1407 चरित्र सत्यापन किए गए। वहीं, 29 किराएदार व छह कर्मचारियों का सत्यापन भी किया गया। दिलचस्प बात है कि एक भी नौकर का सत्यापन नहीं हो सका है।
ऐसे होता है नौकर का ऑनलाइन वेरिफिकेशन
यूपी काप एप को खोलने के बाद उसमें सर्विस एप्लीकेशन को खोले। उसमें निम्नलिखित ऑप्शन सामने आते हैं, चरित्र प्रमाण पत्र, कर्मचारी और किराएदार का सत्यापन और घरेलू सहायता सत्यापन। किराएदार या कर्मचारी के सत्यापन के ऑप्शन को खोले। उसके बाद नौकर का नाम पता उसका आधार कार्ड और वोटर आईडी व अन्य आईडी प्रूफ अपलोड करें। दो आईडी प्रूफ अपलोड करना जरूरी है।
इस आवेदन के लिए ऑनलाइन 50 रुपये भी जमा करने होते हैं। किराएदार या कर्मचारी के सत्यापन की एक प्रति थाने पर जाएंगी, दूसरी डीसीआरबी और तीसरी प्रति एलआईयू और एक प्रति सीसीटीएनएस पर जाएगी। प्रदेश स्तर पर थाने, एलआईयू और सीसीटीएनएस को जांच करने के लिए सात दिन का समय दिया जाता है, जबकि 15 दिन में सीसीटीएनएस को वेरिफिकेशन कर जवाब अपलोड करना होता है।
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वेरिफिकेशन सही हैं, तो ग्रीन टिक का निशान आएगा, गलत है तो रेड क्रास निशान दिखाई देगा। उसके अलावा डीएम ऑफिस से भी सत्यापन के लिए फॉर्म मुहैया होता है, जो 20 रुपये में मिलता है। उक्त फॉर्म को भरकर सीधे संबंधित थाने में जमा कर नौकर या किराएदार का सत्यापन करा सकते हैं।
| विवरण | संख्या |
|---|---|
| चरित्र सत्यापन | 23,988 |
| किराएदार सत्यापन | 529 |
| नौकर सत्यापन | 42 |
| कर्मचारी सत्यापन | 298 |
सभी लोगों को नौकर और किराएदारों को सत्यापन कराने के बाद रखने की सलाह दी गई है। उसके बाद भी कोई पुलिस सत्यापन नहीं करा रहा है। लगातार बढ़ रही घटनाओं को मद्देनजर नौकरों और किराएदारों के पुलिस सत्यापन पर जोर दिया जा रहा है। - ज्ञानंजय सिंह, एसपी

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