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    प्लॉट बिक्री के नाम पर विधवा से 61 लाख की ठगी, अधिवक्ता बेटे पर हमला कर की 50 हजार की लूट

    Updated: Wed, 22 Oct 2025 11:27 AM (IST)

    हापुड़ में एक विधवा महिला को प्लॉट बेचने के नाम पर 61 लाख रुपये की ठगी हुई। जब महिला के वकील बेटे ने इस धोखाधड़ी का विरोध किया, तो उस पर हमला करके 50 हजार रुपये लूट लिए गए। महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    प्लाट बेचने का झांसा देकर वृद्धा से धोखाधड़ी।

    जागरण संवाददाता, हापुड़। थाना पिलखुवा क्षेत्र के गांव लाखन में प्लॉट बेचने का झांसा देकर वृद्धा विधवा महिला से 61 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। जब महिला ने रजिस्ट्री की मांग की तो आरोपियों ने बहानेबाजी शुरू कर दी। विरोध करने पर पीड़िता के अधिवक्ता बेटे पर जानलेवा हमला कर 50 हजार रुपये लूट लिए गए।

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    पुलिस द्वारा समय पर कार्रवाई न किए जाने पर पीड़ित ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर नगर कोतवाली में छह नामजद आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।

    कैसे रची गई ठगी की साजिश?

    गजेंद्र सिंह तोमर, निवासी गांव मसौता, थाना मसूरी (जिला गाजियाबाद), पेशे से अधिवक्ता हैं। उन्होंने बताया कि अगस्त 2024 में उनकी 74 वर्षीय विधवा मां ने गांव लाखन में एक 400 वर्गगज का प्लॉट खरीदने के लिए सौदा तय किया। यह प्लॉट पवन कुमार, प्रमोद कुमार, सुरेश कुमार (पिलखुवा निवासी), मोहन बिहारी लाल और उनके बेटे शरद केदार व विपिन केदार के कहने पर खरीदा जाना था।

    विश्वास में आकर वृद्धा ने 61 लाख रुपये विभिन्न तिथियों में बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए, साथ ही 15 लाख रुपये नकद भी दे दिए। बाद में पता चला कि यह जमीन पहले ही 15 दिसंबर 2023 को विपिन कुमार के नाम एक रजिस्टर्ड इकरारनामा के जरिये बेची जा चुकी थी, जो आज तक रद्द नहीं हुआ है।

    सर्कल रेट के नाम पर और की गई धोखाधड़ी

    पीड़ित ने बताया कि जब पैसे ट्रांसफर हो गए, तो पवन कुमार ने कहा कि दी गई राशि सर्कल रेट (47.04 लाख रुपये) से अधिक है, इसलिए उन्होंने 13.96 लाख रुपये वापस कर दिए। लेकिन कुछ दिनों बाद विपक्षियों ने कहा कि 4.50 लाख गलती से अधिक भेज दिए गए हैं, और वृद्धा से वह रकम भी वापस ट्रांसफर करवा ली।

    अधिवक्ता बेटे पर जानलेवा हमला

    22 सितंबर 2025 को गजेंद्र सिंह जब हापुड़ न्यायालय में अपने कार्य में व्यस्त थे, तो पवन कुमार ने आकर प्लॉट पर बात करने को कहा। न्यायालय से लौटते वक्त सबली के पास पवन, सुरेश और अन्य आरोपितों ने उन्हें रोक लिया।

    विरोध करने पर उनकी फाइल, नोटरी दस्तावेज और 50 हजार रुपये लूट लिए गए। पवन ने उनकी कनपटी पर तमंचा सटा कर गोली मारने की धमकी दी। आरोप है कि बदमाशों ने उन्हें कुछ सुंघा दिया, जिससे वह बेहोश हो गए।

    पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट

    कोतवाली प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि मामले में छह नामजद आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।