Hardoi: दोस्त के घर का पता डाला तो गूगल मैप ने तालाब में गिरा दी कार, आग लगने से लाखों की नकदी जली
Wrong Location Selected By Google Map: अर्टिगा कार में आग लगने के दौरान हल्के विस्फोट भी हो रहे थे। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने स्थानीय लोगों की मदद से आग को बुझाया, लेकिन तब तक गाड़ी में रखा लैपटॉप, मोबाइल फोन और नकदी जलकर खाक हो गई।

कार के साथ लाखों की नकदी भी जली
जागरण संवाददाता, हरदोई : गूगल पर लोकेशन तलाशने के बाद गंतव्य की ओर जाने वालों के साथ एक बार फिर बड़ा हादसा हो गया। हादसे में जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन लाखों की नकदी के साथ कार भी खाक हो गई। मामला हरदोई के पिहानी क्षेत्र का है। इससे पहले भी गूगल मैप के गलत रास्ता दिखाने के कारण कभी वाहन अधूरे पुल से गिरे तो कभी नाले में समा गए।
गूगल मैप के गलत लोकेशन पर वाहन को ले जाने के कारण एक बड़ा हादसा हो गया। दिल्ली से आए व्यक्ति की कार तालाब में फंस गई और उसमें अचानक आग लग गई, जिससे गाड़ी पूरी तरह खाक हो गई। सूखे तालाब में एक बड़ा गड्ढा था। उसी में कार के दोनों अगले पहिया चले गए और कार फंस गई। अर्टिगा कार में आग लगने के दौरान हल्के विस्फोट भी हो रहे थे। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने स्थानीय लोगों की मदद से आग को बुझाया, लेकिन तब तक गाड़ी में रखा लैपटॉप, मोबाइल फोन और नकदी जलकर खाक हो गई।
जानकारी के अनुसार, राजेंद्र नगर नई दिल्ली के रहने वाले राजन साहनी अपने परिवार के साथ हरदोई शहर में मामा डॉ. एके नथानी के घर आए हुए थे। बुधवार सुबह न्यू सिविल लाइन क्षेत्र के पिहानी चुंगी क्षेत्र में दोस्त गोविंद से मिलने जा रहे थे। राजन साहनी ने गूगल मैप पर दोस्त के घर का पता डाला, लेकिन मैप ने गलत रास्ता दिखा दिया। इसके कारण उनकी कार एक तालाब में गिरकर फंस गई।
तालाब के अंदर कार के अगले पहिए फंसने के बाद राजन साहनी ने वाहन को निकालने का प्रयास किया, लेकिन कार में अचानक आग लग गई और देखते-ही-देखते पूरी कार जलकर खाक हो गई। हादसे में कार के अलावा उसमें रखे करीब दो लाख रुपये नकद, एक लैपटॉप और दो मोबाइल फोन भी जलकर पूरी तरह खाक हो गए।
तालाब में फंसी कार में आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया। गनीमत रही कि कार सवार सभी लोग सुरक्षित बाहर निकल आए और जनहानि नहीं हुई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित राजन साहनी ने बताया कि यह हादसा गूगल मैप की गलती की वजह से हुआ। क्षेत्र में कई जगहों पर तालाब व गड्ढों के पास कोई चेतावनी बोर्ड या बैरियर नहीं होने से भी ऐसे हादसे होने की आशंका बनी रहती है। यह घटना एक बार फिर डिजिटल मैपिंग की सटीकता और ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों में अपडेट की कमी को उजागर करती है।

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