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    यूपी के इस जिले से गुजरने वाली 3 जोड़ी ट्रेनों को मिले नए LHB कोच, यात्री कर सकेंगे आरामदायक सफर

    Updated: Sun, 09 Nov 2025 06:07 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के एक जिले से गुजरने वाली तीन जोड़ी ट्रेनों में एलएचबी कोच लगाए गए हैं। नौचंदी एक्सप्रेस 15 जनवरी से प्रयागराज और 16 जनवरी से सहारनपुर से नए कोचों के साथ चलेगी। योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस को भी एलएचबी कोचों से सुसज्जित किया गया है, जिससे यात्रियों को आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा।

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    जागरण संवाददाता, हरदोई। जिले से होकर गुजरने वाली तीन जोड़ी ट्रेनों को अत्याधुनिक एलएचबी (लिंक हाफमैन बुश) कोच से सुसज्जित किया गया है। ये कोच न केवल यात्रियों को अधिक आराम देंगे, बल्कि सफर के दौरान झटकों को भी कम करेंगे। इसको लेकर रेलवे प्रशासन की ओर से दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

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    प्रयागराज से सहारनपुर के बीच चलने वाली 14241/14242 नौचंदी एक्सप्रेस को नए एलएचबी कोच दिए गए हैं। यह ट्रेन 15 जनवरी से प्रयागराज से और 16 जनवरी से सहारनपुर से नई कोच के साथ संचालित की जाएगी। इन कोच के आने से ट्रेन की रफ्तार और सुरक्षा दोनों में सुधार होगा। इसके अलावा, प्रयागराज संगम से योगनगरी ऋषिकेश तक चलने वाली 14229/14230 योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस को भी एलएचबी कोचों से लैस किया जा रहा है।

    यह ट्रेन 4 जनवरी से प्रयागराज संगम से और 5 जनवरी से ऋषिकेश से एलएचबी कोच के साथ चलाई जाएगी। यात्रियों का कहना है कि यह बदलाव उनके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा, क्योंकि पुराने कोचों में सफर असुविधाजनक हो गया था। तीसरी ट्रेन 14235/14236 बनारस–बरेली एक्सप्रेस को भी नए कोच मिलने जा रहे हैं। 30 दिसंबर से यह ट्रेन बनारस से और 31 दिसंबर से बरेली से एलएचबी कोच के साथ चलेगी।

    सुरक्षा के लिहाज से भी बेहतर हैं एलएचबी कोच

    इससे न केवल सफर की गुणवत्ता बढ़ेगी बल्कि सीटों की संख्या में भी वृद्धि होगी, जिससे अधिक यात्री लाभान्वित होंगे। एलएचबी कोच आईसीएफ कोचों की तुलना में हल्के, तेज और सुरक्षा के लिहाज से बेहतर होते हैं। इन कोचों में आधुनिक ब्रेकिंग सिस्टम और बेहतर सस्पेंशन होता है, जिससे यात्रियों को झटके कम लगते हैं।

    हालांकि, एक कमी यह भी बताई जा रही है कि नए कोचों में दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष आरक्षित डिब्बों की संख्या घटेगी, क्योंकि अब एक कोच की जगह जनरेटर कोच लगाया जाएगा। फिर भी रेल अधिकारियों का मानना है कि इससे यात्रियों की कुल सुविधा और सुरक्षा में काफी सुधार होगा।