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    पुलिस की रडार पर पंचायत चुनाव के 35,569 पूर्व प्रत्याशी, अन्य उम्मीदवारों की तैयार हो रही कुंडली

    Updated: Sat, 08 Nov 2025 08:48 PM (IST)

    यूपी में आगामी पंचायत चुनावों को शांतिपूर्वक कराने के लिए पुलिस प्रशासन सतर्क है। पिछले चुनावों में गड़बड़ी करने वाले 35,569 पूर्व प्रत्याशियों पर पुलिस की नजर है, जिनका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और अन्य उम्मीदवारों की भी कुंडली तैयार की जा रही है ताकि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से हो सके।

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    पुलिस के रडार पर पंचायत चुनाव के 35,569 पूर्व प्रत्याशी।

    जागरण संवाददाता, हरदोई। पंचायत चुनाव की दस्तक से ही गांवों की राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। ऐसे में गांवों में पार्टीबंदी और विवाद भी बढ़ रहे हैं। इन सभी के पीछे चुनाव की तैयारियां ही कारण मानी जा रही हैं। जो दावेदार हैं।

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    वहीं, विवाद की आड़ में अपना चुनावी मैदान तैयार करने में जुटे हैं। उन पर तो पुलिस की निगाह है ही, वर्ष 2021 का चुनाव लड़ चुके सभी 35,569 पूर्व प्रत्याशियों को पुलिस ने रडार पर ले लिया है। इसके अतिरिक्त जो अन्य तैयारी कर रहे हैं। पुलिस उनकी भी कुंडली बना रही है। ताकि चुनाव से पहले माहौल बिगाड़ने वालों पर लगाम लगाई जा सके।

    जैसे-जैसे पंचायत चुनाव का समय करीब आ रहा है। वैसे-वैसे गांवों में हलचल बढ़ने लगी है। संभावित प्रत्याशी मतदाताओं से संपर्क साधने में जुट गए हैं, वहीं पुलिस प्रशासन ने भी कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपनी रणनीति तेज कर दी है।

    जिला और थाने स्तर पर अधिकारियों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि पंचायत चुनाव के पहले गांव का किसी भी दशा में माहौल न बिगड़ने दिया जाए। शांति व्यवस्था बनाए रखने की मुहिम में पुलिस ने सबसे पहले वर्ष 2021 का चुनाव लड़ने वाले प्रधान के 11115, बीडीसी के 8660, जिला पंचायत सदस्य के 1004 और ग्राम पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने वाले 14790 लोगों पर अपनी निगाह पैनी कर दी है।

    पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने सभी थानों को अपने-अपने क्षेत्र के संभावित दावेदारों और पूर्व प्रत्याशियों की विवरणात्मक रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें उनका आपराधिक इतिहास, पिछले चुनावों के दौरान की भूमिका, विवादित गतिविधियां और प्रभाव क्षेत्र की जानकारी शामिल की जा रही है।

    पुलिस का मकसद है कि चुनाव से पहले ही उन लोगों को चिन्हित कर लिया जाए जो माहौल बिगाड़ सकते हैं। पुलिस की नजर खासतौर पर उन लोगों पर है, जो पहले भी पंचायत चुनाव या किसी अन्य राजनीतिक आयोजन के दौरान विवाद, झगड़ा या दंगा जैसी घटनाओं में शामिल रहे हैं। ऐसे लोगों पर निगरानी रखी जा रही है और उन्हें चिन्हिंत कर शांति बनाए रखने के लिए भारी धनराशि से पाबंद कराया जा रहा है।

    एसपी ने बताया कि इस बार किसी भी सूरत में गांवों में पार्टीबंदी या जातीय आधार पर तनाव बढ़ने नहीं दिया जाएगा। पुलिस की टीमें लगातार क्षेत्र में गश्त कर रही हैं और खुफिया इकाई भी सक्रिय है। बीट पुलिसिंग को सशक्त किया गया है ताकि गांव-गांव की जानकारी रियल टाइम में मिलती रहे।