Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मास्टर जी बनकर घूम रहे ते ये तीन लोग, मगर असलियत थी कुछ और ही; अब DM ने लिया एक्शन

    Updated: Fri, 30 May 2025 08:05 PM (IST)

    हाथरस के दो स्कूलों में तीन शिक्षकों द्वारा फर्जी तरीके से मृतक आश्रित कोटे में नौकरी पाने का मामला सामने आया है। शिकायत के बाद हुई जांच में आरोप सही पाए गए जिसके बाद जिलाधिकारी ने तीनों शिक्षकों की बर्खास्तगी और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। यह कार्रवाई करीब 20 साल बाद हो रही है।

    Hero Image
    तीन शिक्षकों ने छलपूर्वक पाई नौकरी, अब बर्खास्तगी के साथ होगी एफआइआर

    जागरण संवाददाता, हाथरस। तीन शिक्षकों ने दो स्कूलों में फर्जी तरीके से मृतक आश्रित में नौकरी पा ली। अब उनके विरुद्ध छल पूर्वक नौकरी पाने के आरोप में बर्खास्तगी के साथ एफआइआर कराने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए हैं। इनमें दो शिक्षक ठूलई और एक शिक्षक काैमरी के इंटर कालेज का शामिल है। करीब 20 साल बाद इसके साथ ही तीनों शिक्षकों पर यह कार्रवाई करीब हो रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्कूलों में फर्जी तरीके से नियुक्तियां होने के मामले जिले में कोई नई बात नहीं है। बेसिक के स्कूलों में ही नहीं प्रबंधतंत्र द्वारा संचालित स्कूलों में भी इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं।

    नागरिक कल्याण, भ्रष्टाचार एवं अपराध निरोधक समिति के राष्ट्रीय महासचिव अजय कुमार शर्मा ने मलखान सिंह इंटर कालेज ठूलई में कार्यरत सहायक अध्यापक निर्भय कुमार सेंगर व संजय कुमार सेंगर और मुंशी गजाधर सिंह जनता इंटर कालेज काैमरी सासनी में तैनात शिक्षक दिनेश कुमार सेंगर पर फर्जी तरीके से मृतक आश्रित में नौकरी पाने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत 12 सितंबर 2024 को जिलाधिकारी से लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों से की थी।

    इसकी जांच डीएम के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी न्यायिक द्वारा की गई। उनके द्वारा 20 मई 2025 को जांच अाख्या डीएम को प्रस्तुत की गई। इसमे उन्होंने बताया कि मलखान सिंह इंटर कालेज ठूलई में कार्यरत निर्भय कुमार सेंगर सहायक अध्यापक के पिता सूरजपाल सिंह की मृत्यु के समय माता संतोष कुमारी के इसी विद्यालय में सेवारत थीं, संजय कुमार सैंगर सहायक अध्यापक के पिता मोहन मुरारी की मृत्यु के समय उनकी माता देवी कन्या प्राइमरी स्कूल सलेमपुर सासनी में अध्यापक के पद पर कार्यरत थीं।

    वहीं मुंशी गजाधर सिंह जनता इंटर कालेज कौमरी में कार्यरत दिनेश कुमार सेंगर सहायक अध्यापक के पिता निरंजन सिंह की मृत्यु के समय माता कृष्णा कुमारी स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत थीं। उक्त तीनों ही अध्यापकों द्वारा मृतक आश्रित नियमावली 1974 के प्राविधानों के विपरीत मृतक आश्रित के रूप में सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी प्राप्त की गई है।

    20 साल बाद तीनों शिक्षकों से बर्खास्तगी के साथ होगी वेतन की वसूली

    जांच के बाद इन तीनों शिक्षकों की सेवा समाप्त करने, प्राप्त वेतन की नियमानुसार वसूली कराये जाने और छल पूर्वक नौकरी पाने पर एफआइअार कराने की संस्तुति जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा की गई थी। अब डीएम ने तीनों शिक्षकों के विरुद्ध आवश्यक व वैधानिक कार्रवाई कराने के साथ उक्त कार्रवाई से उन्हें भी अवगत कराने के निर्देश डीआईओएस को दिए हैं। यह कार्रवाई करीब 20 साल बाद इन शिक्षकों पर हो रही है।

    मलखान सिंह इंटर कालेज ठूलई के निर्भय कुमार सेंगर व संजय कुमार सेंगर और मुंशी गजाधर सिंह इंटर कालेज कौमरी के दिनेश कुमार सेंगर द्वारा मृतक आश्रित में फर्जी तरीके से नियुक्ति पाई गई। इसका खुलासा शिकायत पर हुई जांच के दौरान हुआ है। डीएम के निर्देश पर इनके विरुद्ध बर्खास्तगी के साथ एफआईआर की कार्रवाई मूल पत्रावली मिलने के बाद नियमानुसार की जाएगी। - संत प्रकाश, जिला विद्यालय निरीक्षक हाथरस।