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    यूपी के इस जिले में सियार का आतंक, ग्रामीणों में दहशत, आठ को काटा

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 04:08 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के एक जिले में सियार के आतंक से ग्रामीण दहशत में हैं। सियार ने आठ लोगों को काटकर घायल कर दिया है, जिससे पूरे इलाके में डर का माहौल है। वन विभाग को घटना की सूचना दे दी गई है और वे सियार को पकड़ने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं।

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    जागरण संवाददाता, कन्नौज। गंगा और काली नदी की कटरी से भटक कर रात को आबादी क्षेत्र में पहुंचे सियार ने चौधरियापुर गांव में दहशत फैला दी। छप्पर के नीच और झोपड़ी में सो रहे मासूम समेत आठ लोगों पर हमला कर घायल कर दिया। शोर सुनकर ग्रामीणों ने टार्च आदि की रोशनी करके उसे घेर लिया और लाठी-डंडों से पीट कर मार डाला। वन विभाग उसके शव की तलाश करवा रहा है।

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    सदर कोतवाली क्षेत्र का चौधरियापुर गांव गंगा और काली नदी के पास स्थित है। दोनों नदियों के कटरी इलाके में बबूल के जंगल हैं। बुधवार की रात करीब 12 बजे गांव में कटरी से एक सियार घुस आया। इससे अफरातफरी मच गई। झोपड़ी के अंदर सो रहे अभिषेक और उनके डेढ़ वर्षीय बेटे सूरज पर सियार ने हमला कर घायल कर दिया। वहां से कुछ दूरी पर छप्पर के नीचे सो रहे सियाराम, परशुराम, रामू, सविता देवी और रामरानी पर हमला कर दिया। किसी तरह लोगों ने भागकर जान बचाई। उनके चेहरे, हाथ और पैर में जख्म हुए हैं।

     

    घायलों की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। ग्रामीणों ने सियार को घेरकर मार डाला। रात में ही उसके शव को जंगल में फेंक दिया। सुबह होने पर सभी घायलों ने जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के साथ एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाई। डीएफओ हेमंत सेठ ने बताया कि सियार के हमले की जानकारी गुरुवार सुबह होने पर गांव में वन विभाग की टीम भेजकर जांच कराई गई। शव तलाशा जा रहा है। उसका पोस्टमार्टम कराया जाएगा। उसे मारने वाले ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।

     

    हमले के बाद मारे गए सियार के शव की खोजबीन में जुटे वनकर्मी

    कटरी के चौधरियापुर गांव में सियारों के आतंक से ग्रामीण दहशत में हैं। वहीं सियार के हमले से घायल मासूम समेत आठ ग्रामीणों की हालत में सुधार है। वहीं हमले के बाद मारे गए सियार के शव की खोजबीन में वन विभाग की टीम गांव पहुंची, लेकिन ग्रामीणों की चुप्पी के कारण शव खोजने में टीम असफल रही। ग्रामीणों का कहना है कि शाम होते ही गांव के किनारे सियारों की चहलकदमी और आतंक बढ़ जाता है।

    वही डीएफओ हेमंत सेठ ने बताया कि सियार के शव को खोजने के लिए गांव में टीम छानबीन कर रही है, लेकिन ग्रामीण सियार के शव के बारे में जानकारी नहीं दे पाए हैं। फिलहाल छानबीन की जा रही है। वहीं जिला अस्पताल के सीएमएस डा. शक्ति बसु ने बताया कि सभी घायलों की रजिस्टर में सियार के काटने की इंट्री की गई है। घायलों को एंटी रैबीज वैक्सीन लगाने का फालोअप भी कराया जाएगा।