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    कन्नौज में फिल्मी स्टाइल में कृषि अधिकारी की टीम ने नकली पोटाश कारोबार का किया भंडाफोड़, फैक्ट्री की सील, पांच दबोचा

    Updated: Sun, 02 Nov 2025 08:46 PM (IST)

    कन्नौज में कृषि विभाग की टीम ने फिल्मी अंदाज में बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली पोटाश बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। टीम ने छापेमारी कर फैक्ट्री को सील कर दिया और मौके से पांच लोगों को गिरफ्तार किया।

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    कार्रवाई के दौरान मौजूद जिला कृषि अधिकारी संत लाल गुप्ता, अपर जिला कृषि अधिकारी हरेंद्र तिवारी। विभाग

    संवाद सहयोगी, जागरण, तिर्वा (कन्नौज)। नकली पोटाश के कारोबार में लिप्त पांच लोग कृषि अधिकारियों के हत्थे चढ़ गए। फिल्मी स्टाइल में कर्मचारियों ने कारोबारी बनकर भंडाफोड़ दिया। इसमें 147 बोरी नकली पोटाश बरामद हुई। इसके अलावा पोटाश बनाने की फैक्ट्री को सील कर दिया गया। मुकदमा दर्ज कराने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है।

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    शनिवार को हसेरन निवासी नीरज राजावत ने नकली पोटाश बनाने की शिकायत कृषि विभाग के एक अधिकारी से दर्ज कराई। बताया कि हसेरन के एक खाद कारोबारी के घर से नकली पोटाश लदी पिकअप निकली है। इससे जिला कृषि अधिकारी संतलाल गुप्ता ने टीम बनाकर कर्मचारियों को लगा दिया। कर्मचारियों ने इंदरगढ़ के जगतापुर में लोडर पकड़ी और पुलिस के सुपुर्द कर दी। इसमें 37 बोरी नकली पोटाश और नौ बोरी डीएपी मिली। चालक समेत लोडर को पुलिस के सुपुर्द कर दिया।

    इसके बाद चालक से पूछताछ की तो नकली पोटाश बनाने के फैक्ट्री और बिक्री के बारे में जानकारी हुई। इससे कृषि विभाग की टीम ने किसान बनकर नकली पोटाश बनाने वाले से मोबाइल पर बात की। 100 बोरी पोटाश मांगी। इसमें 60 बोरी स्टाक 700 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से तय हुआ। युवक ने अपने ठिकाने के बारे में नहीं बताया। इससे टीम ने छह घंटे इंतजार किया और शाम आठ बजे तिर्वा के सुजानसराय रोड पर नौरंगपुर नगरिया गांव के पास दूसरा लोडर पकड़ा। उसमें 60 बोरी नकली पोटाश मिली। उसमें एक चालक और एक कारोबारी को पकड़ा।

    कारोबारी की निशानदेही पर रविवार सुबह सतौरा बाजार स्थित एक मकान में छापा मारा। वहां पर नकली पोटाश की 50 बोरी, 174 बोरी नमक, 10 बोरी लाल रंग की गेरू, फावडा, तराजू कांटा समेत नकली पोटाश बनाने का अन्य सामान बरामद हुआ। जिला कृषि अधिकारी ने गोदाम सील कर दी। माल जब्त कर पुलिस के सिपुर्द कर दिया। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कराने के लिए प्रक्रिया चल रही है। आरोपितों को जेल भेजा जाएगा और नियमानुसार कार्रवाई होगी। इस मौके पर नायब तहसीलदार राकेश कुशवाहा, अपर जिला कृषि अधिकारी हरेंद्र तिवारी और महेश वर्मा समेत पुलिस कर्मी रहे।

    ऐसे बनाते थे नकली पोटाश

    कानपुर से नमक का स्टाक खरीदते थे और गुरसहायगंज से गेरू। इसके बाद नमक, गेरू और मिट्टी मिलाकर पोटाश बनाकर 50 किलो की पैकिंग कर बोरी तैयार करते थे। दुकानदारों को 700 से 800 रुपये प्रति बोरी बिक्री किया जाता था। इसके बाद दुकानदार 1800 से दो हजार रुपये में किसानों को बिक्री करते थे।

    इस तरह होती थी बिक्री

    असली पोटाश की पांच बोरी खरीदने पर दो बोरी नकली पोटाश की बोरियां शामिल कर देते थे। किसान को पता भी नहीं चलता था। नमक के कारण फसल नष्ट हो जाती थी या फिर उत्पादन आधा रह जाता था। किसान शिकायत करते तो बीज की गुणवत्ता खराब होने की बात कहकर मामला निपटा देते थे।

    बचाने में जुटे सपाई व भाजपाई

    जिला कृषि अधिकारी की टीम ने आरोपितों को पकड़ा और कोतवाली पुलिस को सिपुर्द कर दिया। इससे तिर्वा नगर के एक जनप्रतिनिधि के साथ कुछ भाजपा कार्यकर्ता भी आरोपितों को बचाने के लिए देर रात तक कोतवाली में डटे रहे। विभागीय कर्मचारियों से मोबाइल पर सिफारिशें भी की। इसके अलावा कुछ सपा नेताओं ने भी आरोपितों को बचाने में ताकत दिखाई। दो लाख रुपये लेकर छोड़ने की चर्चा भी देर रात तक चलती रहीं।

    10 वर्षों से कर रहे थे कारोबार

    विभाग के मुताबिक करीब 10 वर्षों से नकली खाद बेचने का कारोबार चल रहा था। यह लोग जिले की कई दुकानों पर कम दाम में पोटाश बेचते थे। इसके अलावा कानपुर देहात, औरैया, फर्रुखाबाद में भी नकली पोटाश भेजते थे।