फर्रुखाबाद : बसपा नेता अनुपम दुबे का सीमेंट ब्रिक कारखाना सीज, मैनपुरी जेल में बंद है हत्यारोपित
मैनपुरी जिला जेल में बंद बसपा नेता अनुपम दुबे की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। वहीं फर्रखाबाद में दो गेस्ट हाउस वाहन व भूमि सीज होने के बाद अब उसका ब्रिक कारखाने को भी सीज कर दिया गया है।

फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता। पुलिस इंस्पेक्टर व पीडब्ल्यूडी ठेकेदार की हत्या के आरोप में मैनपुरी जिला जेल में बंद बसपा नेता अनुपम दुबे की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। शनिवार को नायब तहसीलदार ने पुलिस की मौजूदगी में बसपा नेता का ठंडी सड़क स्थित सीमेंट ब्रिक कारखाना सीज कर कब्जे में ले लिया।
फतेहगढ़ के मोहल्ला कसरट्टा निवासी अनुपम दुबे के खिलाफ दर्ज गैंगस्टर के मुकदमे में जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने चार अप्रैल को उनकी संपत्ति कुर्क किए जाने का आदेश दिया था। तहसीलदार सदर श्रद्धा पांडेय ने कुर्की कार्रवाई के लिए टीम गठित की। इसी के बाद नायब तहसीलदार हर्षित सिंह, राजस्व निरीक्षक अजीत दुबे, लेखपाल संजीव दुबे, अशोक त्रिपाठी, रोशनलाल, शहर कोतवाल विनोद कुमार शुक्ला, मऊदरवाजा प्रभारी निरीक्षक आमोद कुमार सिंह व अन्य पुलिस बल के साथ अनुपम दुबे के ठंडी सड़क पर स्थित सीमेंट ब्रिक कारखाने पर पहुुंचे।
नायब तहसीलदार ने गैंगस्टर एक्ट के तहत चल रहे मुकदमे में जिलाधिकारी के आदेश पर इस कारखाने को कुर्क करने की मुनादी कराई और माइक से स्वयं बोलकर इसकी जानकारी लोगों को दी। इन दिनों कारखाने में उत्पादन बंद चल रहा है। नवाबगंज क्षेत्र के गांव चांदपुर निवासी उमेश प्रजापति कारखाने में गैराज चला रहे थे। वह वाहनों की डेंट-पेंट व मरम्मत करते हैं। नायब तहसीलदार के निर्देश पर पुलिस ने उमेश प्रजापति को तत्काल कारखाना खाली करने का निर्देश दिया। उन्होंने कुछ देर में ही अपना सामान निकालकर गेट के बाहर रख दिया। राजस्व कर्मियों ने कारखाने के मेनगेट पर अपना ताला लगाकर सील कर दिया।
इसके बाद नायब तहसीलदार पुन: ढोल बजवाकर कारखाने को अपने कब्जे में लेने की घोषणा की। मऊदरवाजा थाना प्रभारी ने बताया कि करीब चार करोड़ रुपये की संपत्ति सीज की गई है। गैंगस्टर के मुकदमे के तहत इसके पहले भी अनुपम दुबे का मोहम्मदाबाद स्थित गेस्ट हाउस, ठंडी सड़क स्थित आलीशान होटल गुरुशरणम के अलावा कई कीमती गाड़ियां व मोहम्मदाबाद ब्लाक क्षेत्र स्थित भूमि कुर्क की जा चुकी हैं।
बताते चलें कि अनुपम दुबे ने 2012 में सदर विधानसभा सीट पर निर्दलीय तो 2017 में हरदोई की सवायजपुर विधानसभा सीट से बसपा से चुनाव लड़ा था और दोनों में हार गए थे।

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