Delhi Blast: NIA-ATS की कानपुर में 12 जगहों पर रेड, तीन संदिग्ध हिरासत में, काकादेव से कार की जानकारी जुटाई
Delhi Blast: दिल्ली ब्लास्ट मामले में एनआईए और एटीएस ने कानपुर में 12 स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। जांच एजेंसियां काकादेव इलाके से संदिग्ध कार के बारे में जानकारी जुटा रही हैं और हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ कर रही हैं।
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जागरण संवाददाता, कानपुर। Delhi Blast: दिल्ली बम धमाके की आरोपित आतंकी शाहीन और उसके साथी कार्डियोलाजी के डाक्टर आरिफ मीर के मददगारों और करीबियों की तलाश में मंगलवार को एनआइए और एटीएस की टीम शहर पहुंची। जांच एजेंसियों ने लगभग एक दर्जन स्थानों पर छापेमारी की। नौ लोगों से पूछताछ की गई, जिसमें से चार मेडिकल कालेज और कार्डियोलाजी से हैं। छह लोगों को पूछताछ के बाद जाने दिया गया, जबकि तीन से अब भी सवाल-जवाब हो रहे हैं। एजेंसियां शहर में डेरा डाले हुए हैं।
आतंकी डा. शाहीन और डा. आरिफ से जुड़े संपर्क सूत्रों को लेकर जांच एजेंसियां लगातार इनपुट एकत्र कर रही हैं। दिल्ली धमाके से जुड़े इनपुट में कानपुर भी एक बड़ा केंद्र बनकर सामने आया है। इसके पीछे शाहीन का वर्ष 2006 से 2013 तक जीएसवीएम मेडिकल कालेज में बतौर प्रवक्ता पढ़ाना और डा. आरिफ का वर्तमान में कार्डियोलाजी से पढ़ाई करना है।
शाहीन और आरिफ दोनों एक दूसरे से संपर्क में थे
एजेंसियों को पता लग चुका है कि दोनों एक दूसरे के संपर्क में थे और दिल्ली बम धमाके की पटकथा लिखने में आरिफ ने भी मदद की थी। बताया जा रहा है कि एजेंसियों को दोनों के बीच बातचीत की चैट मिली है। सामने आ रहा है कि डा. शाहीन के कानपुर में बड़े संपर्क सूत्र थे। हालांकि अब तक यह साबित नहीं हो सका है कि बम धमाके में शहर के अन्य किसी की भूमिका है या यहां से भी कुछ ऐसा उपलब्ध कराया जाना था, जो आतंकी घटनाओं में प्रयोग किया जाता। हालांकि जांच एजेंसियां यहां से कुछ इनपुट प्राप्त करने की कोशिश कर रही हैं।
हामिद अंसारी से संबंधित डाक्टर के घर पहुंची
मंगलवार को एनआइए और एसटीएस की टीमों ने बेकनगंज, चमनगंज, रावतपुर, काकादेव और जाजमऊ के एक दर्जन ठिकानों पर छापा मारा गया। हितकारी नगर में डा. हामिद अंसारी से संबंधित एक डाक्टर के घर भी छानबीन की गई। उसके पास दो कारें हैं। एक कार हरियाणा नंबर की है, जिसके बारे में जानकारियां जुटाई जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर मंगलवार को कुल नौ लोगों से पूछताछ की गई। इनमें मेडिकल कालेज व कार्डियोलाजी के चार लोग शामिल हैं। शाहीन के करीबी रहे एक डाक्टर सबसे ज्यादा जांच के दायरे में है। वहीं, शहर के पांच अन्य लोगों से पूछताछ की गई है। छह लोगों को पूछताछ के बाद जाने दिया गया, जबकि तीन लोग अब भी जांच एजेंसियों के पास ही हैं।
ये प्रचलित पत्र के तथ्य गलत
आतंकी शाहीन, दिल्ली बम विस्फोट और शहर से उसके संबंधों को लेकर तमाम कहानियां गढ़ी जा रही हैं। इस बीच इंटरनेट मीडिया पर एक पत्र प्रचलित हो रहा है, जिसमें जांच से संबंधित तमाम तथ्य लिखे गए हैं। हालांकि यह पुष्ट नहीं है कि यह पत्र किस एजेंसी का है या इसे यूंही बनाया गया है। इसके तथ्यों को लेकर भी पुष्टि नहीं है।
प्रचलित पत्र के तथ्य
- नेपाल से खरीदे मोबाइल, कानपुर से सिम, फिर की देश में तबाही की साजिश
- परवेज (शाहीन का भाई), कार्डियोलाजी का डा. आरिफ व डा. फारुख अहमद डार धमाके से एक घंटा पहले तक कार में धमाका करने वाले डा. उमर के संपर्क में थे।
- शाहीन और मुजम्मिल गिरफ्तार होने से पहले आठ नवंबर की सुबह तक उमर से सीधे संपर्क में थे।
- पूरे धमाके का ब्लूप्रिंट दो अक्टूबर से बनाना शुरू किया गया और इसे अंतिम रूप 28 अक्टूबर को दिया गया।
- पूरे आपरेशन में नेपाल से सेकेंड हैंड खरीदे गए सात मोबाइल प्रयोग किए गए थे। 17 सिम का प्रयोग किया गया, जिसमें से छह सिम कानपुर से खरीदे गए थे। इनमें से दो आइडी बेकनगंज की मिली हैं।
- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बेकनगंज में कपड़े की दुकान चलाने वाले उस्मान (डा. परवेज का साला) से छह घंटे तक गहन पूछताछ की लेकिन अभी तक कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है।
- डा. परवेज के कानपुर आने के दौरान अपने दोस्तों से मिलने कर्नलगंज, जीएसवीएम मेडिकल कालेज, बाबूपुरवा और मंधना जाने की बात प्रकाश में आई है।
- यह भी जानकारी मिली है कि डा. शाहीन अक्टूबर माह में कानपुर में देखी गई थीं।

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