कानपुर के सागर मार्केट के एक मकान में विस्फोट, पुलिस व फोरेंसिक टीम पहुंची
कानपुर के सागर मार्केट इलाके में एक मकान में अचानक विस्फोट हो गया। धमाके की आवाज से आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। पुलिस और फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। विस्फोट के कारणों की जांच की जा रही है।

कानपुर में घर में हुए विस्फोट की जांच करते पुलिस अधिकारी। जागरण
जागरण संवाददाता, कानपुर। कैनाल रोड पर 100 साल से ज्यादा पुराने एक मकान में बुधवार सुबह विस्मयकारी विस्फोट हुआ, जिससे पूरा परिवार सहम गया। विस्फोट इतना तेज था कि किचन समेत कमरों की दीवारें दरक गईं तो चार कमरों के दरवाजे उखड़ गए। वाशिंग मशीन फट गई और कमरे में लगे कांच टूटकर बिखर गए। गनीमत रही कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। फीलखाना थाने के फोर्स व फोरेंसिक टीम ने जांच शुरू की तो वह भी हैरान रह गई। विस्फोट कैसे हुआ, इसे लेकर अभी कोई एक राय नहीं है। फोरेंसिक टीम व विशेषज्ञों की अलग-अलग राय है।
कैनाल रोड पर सागर मार्केट के ठीक बगल में वर्ष 1918 का बना दोमंजिला मकान है, जिसके भूतल में मोबाइल एसेसरीज के व्यापारी राजेश व उनके भाई महेश जायसवाल का परिवार रहता है। राजेश ने बताया कि दीपावली पर मंगलवार रात में ही उन्होंने नया सिलिंडर किचन में लगाया था। वहीं पर फ्रिज भी रखा था। खाना खाने के बाद परिवार के सभी सदस्य अपने-अपने कमरे में सो रहे थे। बुधवार सुबह लगभग पांच बजे तेज विस्फोट हुआ। पहले तो लगा कि पटाखे का विस्फोट है। वह पहली मंजिल के एक कमरे में पीछे की तरफ लेटे थे। उठकर जब आगे कमरे में पहुंचे तो सन्न रह गए। कमरे का दरवाजा उखड़कर कई टुकड़ों में टूटा और चार फीट दूर फैला पड़ा था।
अलमारी में लगे कांच कमरे में बिखरे थे। कमरे से बाहर आंगन में पहुंचे तो ऐसा लगा मानों किसी ने घर पर बम फेंक दिया। किचन का दरवाजा टूटकर अलग पड़ा था। उसकी दीवार भी टूटी व दरकी थीं। मेरे कमरे के ठीक बगल में भाई राकेश के कमरे का दरवाजा व अंदर का दरवाजा टूटा था। विस्फोट सुनकर सभी कमरों से बाहर आ चुके थे। इतना ही नहीं कमरे से जीने के जाने वाले रास्ते पर 12 फीट आगे भतीजे राजू के कमरे का दरवाजा व शृंगारदान और कांच टूटकर कमरे में फैला था। उसके बगल में भतीजी वानी के कमरे की कुंडी टूटकर अलग हो चुकी थी। वहीं, आंगन में रखी वाशिंग मशीन फटी तो फ्रीज का सिर्फ दरवाजा अलग हुआ।
आंगन में ही ऊपर बड़ा जाल था, जिस पर टिनशेड था। वह भी नीचे की तरफ झुक गया। हालांकि इस विस्फोट में परिवार का कोई भी सदस्य चपेट में नहीं आया, लेकिन विस्फोट व उसकी भयावहता देख सभी सहम गए। जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम में दी गई। फीलखाना थाना प्रभारी शरद तिलारा समेत पुलिस फोर्स व फोरेंसिक टीम पहुंच गई। फोरेंसिक टीम ने काफी देर जांच की, लेकिन ये विस्फोट पटाखों का नहीं निकला।
विशेषज्ञों का यह दावा
विस्फोट के बाद जांच करने पहुंचे फोरेंसिक विशेषज्ञों ने बताया कि किचन में सिलिंडर और फ्रिज चिपके रखे थे। सिलिंडर में रिसाव था। एलपीजी गैस का रिसाव होने से प्रोपेन व ब्यूटेन गैस उत्पन्न होती है। वह फ्रिज की कूलिंग गैस फ्रीयान गैस के संपर्क में आने से क्लोरोफ्लोरो कार्बन गैस का निर्माण करती है। इन चारों गैस के एक साथ मिलने से विस्फोट होता है। मकान में विस्फोट होने का यही कारण है।
रेफ्रिजरेटर में प्रयोग होने वाली फ्रीयान गैस हल्की होती है और वह अगर लीक होगी तो ऊपर की ओर जाएगी। एलपीजी गैस भारी होती है और वह सतह के निचले हिस्से में पहले इकट्ठा होगी। दोनों के मिलने की स्थितियां स्वाभाविक तौर पर नहीं बनती हैं।
डा. एसवीआर शास्त्री, केमिकल साइंस विभाग एचबीटीयू
बचाव
सिलिंडर और फ्रिज को दूरी पर रखें। कोशिश करें कि दोनों को अलग-अलग रखें।
सिलिंडर को समय-समय पर जांचते रहें कि उससे कोई रिसाव न हो।

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