GST New Rate: जीएसटी दरों का सुपर बूस्टर, कानपुर के चमड़ा कारोबार को होगा बड़ा आर्थिक लाभ
New Gst Slabs त्योहारों के मद्देनजर जीएसटी दरों में राहत से उत्तर प्रदेश की एमएसएमई इकाइयों को बड़ा फायदा होगा। कानपुर के चमड़ा कारोबार और अन्य जिलों के एक जिला एक उत्पाद योजना से जुड़े उद्योगों में उछाल की उम्मीद है। चमड़ा उत्पादों पर जीएसटी घटने से उनकी लागत कम होगी और बिक्री बढ़ेगी।

जागरण संवाददाता, कानपुर। GST New Slabs: त्योहार के मौके पर जीएसटी की दरों में राहत से प्रदेश की एमएसएमई इकाइयों को सुपर बूस्टर मिलने जा रहा है। प्रदेश के ग्रोथ इंजन के रूप में मौजूद करीब एक करोड़ एमएसएमई इकाइयां अर्थतंत्र तो मजबूत करेंगी ही, साथ ही रोजगार को भी बढ़ावा देंगी। इन एमएसएमई इकाइयों में अभी दो करोड़ से ज्यादा लोग काम कर रहे हैं।
उद्यमियों-कारोबारियों के मुताबिक बुधवार को जीएसटी की नई दरों की घोषणा के बाद जिस तरह से ग्राहकों की ओर से जानकारियां की जा रही हैं, उससे साफ है कि नवरात्र से बाजार में जबरदस्त बूम आने वाला है। बाजारों में वस्तुओं की बिक्री बढ़ेगी तो उद्योगों को भी ज्यादा आर्डर मिलेंगे। उद्योगों को नए लोगों को रोजगार देना होगा। इससे लोगों की क्रय शक्ति बढ़ेगी। जिलों के हिसाब से देखा जाए तो प्रदेश के हर जिले की अपनी अलग खासियत है। कानपुर जहां चमड़ा कारोबार में पूरे प्रदेश को बड़ा आर्थिक लाभ दिलाने जा रहा है। वहीं, दूसरे जिलों के एक जिला एक उत्पाद योजना से जुड़ी वस्तुएं त्योहार पर बड़ी उछाल के लिए तैयार हैं।
कानपुर के चर्म उत्पाद की बात करें तो उत्पादन के क्षेत्र में यहां सिर्फ इसी एक उत्पाद की भागीदारी 15 हजार करोड़ रुपये की है। इसमें साढ़े छह हजार करोड़ रुपये का तो सिर्फ यहां से निर्यात होता है। चर्म निर्यात परिषद के अध्यक्ष आरके जालान के मुताबिक फिनिश्ड लेदर के 12 से पांच प्रतिशत की श्रेणी में आने से सभी चर्म उत्पादों पर सात प्रतिशत की लागत कम होगी जिससे उनकी कीमत घटेगी और बिक्री बढ़ेगी। साथ ही ढाई हजार तक के फुटवियर पर अब 12 की जगह पांच प्रतिशत ही टैक्स रह जाएगा।
इतना ही नहीं रेडीमेड कपड़े में अभी एक हजार रुपये तक पांच प्रतिशत टैक्स था, अब ढाई हजार रुपये तक पांच प्रतिशत टैक्स है और उसके ऊपर 18 प्रतिशत। इससे त्योहार पर रेडीमेड कपड़ों की बिक्री खूब होने की उम्मीद है। कानपुर होजरी के कपड़ों का प्रदेश का बड़ा सेंटर है। इस सेक्टर को भी बड़ा लाभ होने की उम्मीद है। कानपुर नमकीन निर्माण का भी बड़ा केंद्र है और यहां कई बड़े ब्रांड हैं। इन पर भी 12 से पांच प्रतिशत टैक्स किया गया है।
वहीं जीएसटी की दरों में बदलाव को लेकर गोरखपुर के उद्यमी उत्साहित हैं। स्टील इंडस्ट्री अंकुर उद्योग के निदेशक निखिल जालान बताते हैं कि कोयला और माल ढुलाई पर जीएसटी दर में वृद्धि से कच्चा माल महंगा होगा, जिससे स्टील इंडस्ट्री पर भार बढ़ जाएगा। इससे सरिया की कीमतों में मामूली तेजी आने की उम्मीद है। आस्ट्रेलिया, नेपाल समेत कई देशों को सिलाई मशीन का निर्यात करने वाले साहू इंडस्ट्रीज के एमडी सनूप साहू बदलाव से खुश हैं।
उनका कहना है कि जीएसटी दरों में कमी से उत्पाद सस्ते होंगे तो बाजार को गति मिलने की संभावना है। गोरखपुर में पेपर इंडस्ट्री से जुड़े उद्यमी सुधांशु टिबरेवाल बताते हैं कि पेपर प्रोडक्ट संबंधित उद्योगों में कच्चे माल और उत्पादों पर जीएसटी समान होने से उत्पाद भी हल्के महंगे हो सकते हैं।
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