लापता पत्नी-बेटियों की तलाश में दर-दर भटका, कलेक्ट्रेट में खुद को आग लगाने पहुंचा पीड़ित
एक व्यक्ति अपनी पत्नी और बेटियों के लापता होने से परेशान होकर कलेक्ट्रेट पहुंचा और आत्मदाह करने की कोशिश की। वह अपनी पत्नी और बेटियों को ढूंढने के लिए हर जगह भटक चुका है और निराशा में उसने यह कदम उठाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कलेक्टर परिसर में पीड़ित ने आग लगाने का प्रयास किया। प्रतीकात्मक
जागरण संवाददाता, फतेहपुर। 10 दिन पूर्व से गायब पत्नी, दो बेटियों व मासूम नातिन का कोई सुराग न लगने एवं किशुनपुर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने से क्षुब्ध ट्रक चालक दीपक यादव ने मंगलवार दोपहर करीब एक बजे कलेक्ट्रेट परिसर आकर खुद के शरीर में पेट्रोल उड़ेल लिया। आग लगाने को माचिस की डिब्बी निकालते ही सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों ने उसे धर दबोचा और कोतवाली पुलिस के सिपुर्द कर दिया।
किशुनपुर थाने बरैची गांव में रहने वाले ट्रक चालक दीपक यादव ने रोते हुए बताया कि बीते 25 अक्टूबर को उसकी पत्नी, एक विवाहित बेटी, एक अविवाहित बेटी व चार वर्षीय नातिन को गांव के दो युवक अगवा कर ले गए। काफी खोजनबीन बाद भी किसी का सुराग न लगने पर उसने 27 अक्टूबर को थाने में तहरीर दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिससे आहत होकर वह जान देने जा रहा था। सीओ सिटी गौरव शर्मा का कहना है कि पता चला है कि पीड़ित की पत्नी अपनी बेटियों व नातिन के साथ मायका मेंं है। मामले की जांच कराई जा रही है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।