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    दीपावली से पहले ही खराब होने लगी यूपी के इस शहर की हवा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने किसे भेज दिया नोटिस?

    Updated: Sat, 18 Oct 2025 07:54 PM (IST)

    कानपुर में दीपावली से पहले हवा जहरीली हो गई है, वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के पार पहुँच गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मेट्रो निर्माण को जिम्मेदार ठहराते हुए नोटिस जारी किया है। निर्माण कार्यों की धूल और वाहनों का धुआं प्रदूषण बढ़ा रहे हैं। डॉक्टरों ने मास्क पहनने और सुबह की सैर से बचने की सलाह दी है। दीपावली तक स्थिति और बिगड़ने की आशंका है।

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। दीपावली के पहले ही शहर की हवा जहरीली होने लगी है। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) तेजी से बढ़ते हुए 200 के पार पहुंच गया है, जो खराब श्रेणी में आता है। शनिवार सुबह 11 बजे जारी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, शहर का औसत वायु गुणवत्ता 202 दर्ज की गई, जो हानिकारक है। वहीं इस मामले में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मेट्रो के द्वारा किए गए कार्यों को जिम्मेदार ठहराते हुए नोटिस जारी कर दिया है।

    शहर की वायु गुणवत्ता बीते 15 दिनों से लगातार खराब हो रही है। सर्दी की शुरुआत, निर्माण कार्यों की धूल, वाहन धुआं और कूड़ा जलाने जैसी गतिविधियां इसका बड़ा कारण हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा लगाए गए शहर के सभी मापक केंद्रों में सबसे खराब स्थिति नेहरू नगर की रही, जहां वायु गुणवत्ता 266 दर्ज की गई, जो बहुत खराब श्रेणी के करीब है। इसके अलावा कल्याणपुर में 183 और किदवई नगर में 156 मापा गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, हवा में पीएम 10 और पीएम 2.5 कणों की मात्रा सामान्य सीमा से कई गुना बढ़ गई। ये सूक्ष्म कण फेफड़ों में जाकर गंभीर श्वसन रोग उत्पन्न करने का खतरा रहता है।

    मेट्रो निर्माण साइटों पर कार्रवाई

    वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर में चल रहे मेट्रो निर्माण कार्यों पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो साइड का औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें कई स्थानों पर निर्माण स्थल बिना कवर किए पाए गए, जिससे उड़ने वाली धूल ने प्रदूषण को और बढ़ाया।

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    बोर्ड ने ऐसे ठेकेदारों को नोटिस जारी किया है और चेतावनी दी है कि यदि धूल नियंत्रण उपाय नहीं अपनाए गए तो जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जाएगी। दीपावली से पहले प्रदूषण नियंत्रण को लेकर विशेष निगरानी अभियान चलाया जा रहा है। मेट्रो, राजमार्ग और निजी बिल्डिंग निर्माण स्थलों पर निरीक्षण किया जा रहा है। जहां भी धूल नियंत्रण की मशीनें या पानी का छिड़काव नहीं हो रहा, वहां त्वरित कार्रवाई की जाएगी।

    स्वास्थ्य पर असर, डाक्टरों ने दी चेतावनी

    मुरारी लाल चेस्ट चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक डा. संजय वर्मा का कहना है कि पीएम 2.5 के अत्यधिक स्तर से लंबे समय तक संपर्क में रहने से अस्थमा, सीओपीडी और हृदय संबंधी रोग बढ़ सकते हैं। इस समय घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाना और सुबह की सैर या दौड़ से बचना जरूरी है। हवा में सूक्ष्म धूल कण इतने हल्के हैं कि सीधे फेफड़ों तक पहुंचकर नुकसान कर सकते हैं।

    दीपावली तक और बिगड़ सकती है हवा

    अक्टूबर माह के आरंभ में ही हवा संतोषजनक श्रेणी में थी, लेकिन अब तेजी से गिरावट आई है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आशंका जताई है कि यदि हालात नहीं सुधरे तो दीपावली तक शहर की वायु गुणवत्ता बहुत खराब या गंभीर श्रेणी में जा सकती है। दीपावली पर होने वाली आतिशबाजी, बढ़ती ठंड और हवा की गति में कमी मिलकर प्रदूषण और बढ़ने की उम्मीद है।

    तीन दिनों में खराब हुई वायु गुणवत्ता

    15 अक्टूबर: 128 (मध्यम)

    16 अक्टूबर: 132 (मध्यम)

    17 अक्टूबर: 167 (खराब के करीब)

    18 अक्टूबर: 202 (खराब श्रेणी)


    नोट: यह आंकड़े केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीर एप पर आधारित हैं।


    नगर निगम बरत रहा सतर्कता

    नगर निगम के पर्यावरण अभियंता दिवाकर भाष्कर ने बताया कि शहर में विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। खुले में कूड़ा जलाने पर सख्ती और रात में पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है।

    हवा की गुणवत्ता फिलहाल खराब श्रेणी में है। हम हर स्रोत पर नजर रखे हुए हैं। मेट्रो के निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण करके नोटिस जारी किया गया है, बोर्ड से जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जाएगी। जांच के दौरान निर्माण साइड में सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं मिले हैं। -अजीत कुमार सुमन, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी